नई दिल्ली. इंडिगो एयरलाइंस की उड़ानों में लगातार आ रहे बड़े व्यवधान के कारण देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर फंसे हजारों यात्रियों को राहत देने के लिए भारतीय रेलवे ने एक बड़ा कदम उठाया है. पश्चिमी रेलवे और पूर्वी तट रेलवे ने तत्काल प्रभाव से कई महत्वपूर्ण रूटों पर विशेष ट्रेनें चलाने और मौजूदा ट्रेनों में अतिरिक्त कोच जोड़ने की घोषणा की है. यह फैसला ऐसे समय में आया है जब हवाई टिकटों के दाम आसमान छू रहे थे और यात्रियों के पास अपने गंतव्य तक पहुंचने का कोई सुरक्षित और किफायती विकल्प नहीं बचा था.
रेलवे द्वारा की गई यह पहल उन यात्रियों के लिए एक बड़ा सहारा है, जिनकी उड़ानें रद्द हो गई हैं या कई घंटों की देरी से चल रही हैं, खासकर उन प्रमुख महानगरों के लिए जहां हवाई यातायात सबसे अधिक प्रभावित हुआ है – जैसे मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और हावड़ा (कोलकाता).
पश्चिम रेलवे का सहारा
पश्चिमी रेलवे ने विशेष किराए पर यात्रियों को राहत देने के लिए सात स्पेशल ट्रेनों का संचालन करने का निर्णय लिया है. ये ट्रेनें मुख्य रूप से उन रूटों पर चलाई जाएंगी जो पश्चिमी भारत को उत्तरी भारत के प्रमुख शहरों से जोड़ते हैं, जिससे फंसे हुए यात्रियों को तत्काल राहत मिलेगी. इन ट्रेनों का विवरण इस प्रकार है:
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मुंबई सेंट्रल – नई दिल्ली
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मुंबई सेंट्रल – भिवानी
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मुंबई सेंट्रल – शकूर बस्ती
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बांद्रा टर्मिनस – दुर्गापुरा
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वलसाड – बिलासपुर
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साबरमती – दिल्ली
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साबरमती – दिल्ली सराय रोहिल्ला
पश्चिम रेलवे द्वारा घोषित इन विशेष ट्रेनों से गुजरात और महाराष्ट्र से दिल्ली तथा हरियाणा जाने वाले यात्रियों को सबसे अधिक फायदा मिलेगा. रेलवे अधिकारियों ने बताया है कि इन ट्रेनों के संचालन की विस्तृत समय-सारणी और बुकिंग की जानकारी जल्द ही रेलवे के पीआरएस काउंटरों और आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर उपलब्ध करा दी गई है, और कुछ ट्रेनों के लिए बुकिंग 6 दिसंबर 2025 से शुरू भी हो चुकी है.
पूर्वी तट रेलवे की मदद
पूर्वी तट रेलवे (East Coast Railway) ने भी प्रभावित यात्रियों की सहायता के लिए अतिरिक्त कोच जोड़ने और स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की है. यह पहल मुख्य रूप से उन यात्रियों को लाभ देगी जो कोलकाता (हावड़ा) और पूर्वी भारत के अन्य बड़े शहरों की यात्रा कर रहे हैं.
व्यापक राहत कार्य
सिर्फ विशेष ट्रेनें ही नहीं, बल्कि भारतीय रेलवे ने पूरे देश में यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए एक व्यापक राहत पैकेज तैयार किया है. उपलब्ध जानकारी के अनुसार:
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37 ट्रेनों में 116 अतिरिक्त कोच: देशभर के विभिन्न रेलवे ज़ोनों ने लगभग 37 प्रीमियम ट्रेनों में 116 अतिरिक्त कोच जोड़े हैं. यह कदम 6 दिसंबर 2025 से ही लागू कर दिया गया है, जिससे तत्काल प्रभाव से हजारों अतिरिक्त बर्थ उपलब्ध हो गई हैं.
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राजधानी और शताब्दी में कोच वृद्धि: व्यस्त मार्गों पर चलने वाली प्रमुख ट्रेनों, जैसे नई दिल्ली-जम्मू तवी राजधानी एक्सप्रेस और नई दिल्ली-चंडीगढ़ शताब्दी एक्सप्रेस में भी अतिरिक्त एसी और चेयर कार कोच लगाए गए हैं, जिससे वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को कन्फर्म सीट मिलने की संभावना बढ़ी है.
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समय-सारणी जारी: उत्तर रेलवे ने भी मुंबई, कोलकाता, तिरुवनंतपुरम और साबरमती के लिए 5 स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की है, जिनकी समय सारणी जारी कर दी गई है.
रेलवे की इस त्वरित प्रतिक्रिया ने उन यात्रियों को बड़ी राहत दी है, जो हवाई टिकटों के अचानक महंगे हो जाने या रद्द होने के कारण बेबस महसूस कर रहे थे. हालांकि, ये ट्रेनें विशेष किराए (Special Fare) पर चलाई जा रही हैं, जिसका अर्थ है कि इनका किराया सामान्य ट्रेनों के मुकाबले थोड़ा अधिक हो सकता है, लेकिन यह फिर भी उस अत्यधिक बढ़े हुए हवाई किराए से कहीं कम है जो इंडिगो संकट के दौरान वसूला जा रहा था. रेलवे का यह कदम सरकार और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के बीच समन्वय को दर्शाता है, जिसका सीधा लाभ आम जनता को मिल रहा है.
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