जबलपुर. एमपी के जबलपुर में मध्य प्रदेश स्टूडेंट यूनियन (एमपीएसयू) के जिला उपाध्यक्ष आकाश खरे ने आज जिला न्यायालय में सरेंडर कर दिया. पॉलिटेक्निक कॉलेज में तीन महीने पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) व (एमपीएसयू) के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे. दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट भी हुई थी. जिसमें 5 छात्र घायल हो गए थे. उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया था.
एबीवीपी कार्यकर्ताओं की शिकायत पर ओमती पुलिस ने एमपीएसयू के 7 कार्यकर्ताओं के खिलाफ धारा 307 के तहत मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी थी. पुलिस ने एमपीएसयू के जिलाध्यक्ष सहित 7 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया था. हालांकि तभी से जिला उपाध्यक्ष आकाश खरे था. सैकड़ों कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में आकाश आज सीजेएम कोर्ट पहुंचे. जहां कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया. हालांकि पूछताछ के लिए ओमती पुलिस को एक घंटे की रिमांड जरूर दी गई. एमपीएसयू के अध्यक्ष अभिषेक पांडे का कहना है कि एबीवीपी के दबाव में आकर पुलिस ने एक तरफा कार्रवाई की है. जबकि दोनों तरफ से कार्यकर्ता घायल हुए थे.
उन्होंने बताया कि हमारे कार्यकर्ताओं के खिलाफ हत्या के प्रयास के मामले भी दर्ज किए. पुलिस को यदि कार्रवाई करनी थी तो दोनों ओर से करती लेकिन ऐसा नहीं हुआ. ओमती पुलिस ने एमपीएसयू के जिला अध्यक्ष अभिषेक पांडे सहित जतिन कनोजिया, उत्कर्ष मिश्रा, अभिनव सिंह परिहार व एक नाबालिग को गिरफ्तार किया. 26 दिनों के बाद सभी को जमानत मिली. अभिषेक पांडे का कहना है कि आकाश खरे तीन माह से इसलिए फरार था क्योंकि उन्हें पुलिस की कार्रवाई पर भरोसा नहीं था. तीन माह पहले जब विवाद हुआ था, उस समय सीएसपी व टीआई के पास जाकर शिकायत दर्ज करवाई थीए लेकिन हमारी बातों को नहीं सुना. गौरतलब है कि पॉलिटेक्निक कॉलेज में सदस्यता अभियान के दौरान दोनों संगठनों के बीच बहस शुरू हुई थी, जो देखते-देखते हाथापाई में बदल गई. कुछ छात्र बेसबॉल स्टिक लेकर पहुंचे थे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

