साउथ इंडियन फिल्म सेट पर राधिका आप्टे के साथ हुआ था भयानक बर्ताव

साउथ इंडियन फिल्म सेट पर राधिका आप्टे के साथ हुआ था भयानक बर्ताव

प्रेषित समय :20:29:44 PM / Fri, Dec 19th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

मुंबई। भारतीय सिनेमा जगत में अपनी बेबाक अदाकारी और लीक से हटकर किरदार चुनने के लिए मशहूर अभिनेत्री राधिका आप्टे ने हाल ही में अपने करियर के शुरुआती दिनों के उन काले पन्नों को पलटा है, जिन्हें सुनकर किसी का भी दिल दहल जाए। फिल्म इंडस्ट्री में दो दशक का लंबा सफर तय कर चुकीं राधिका आज भले ही उस मुकाम पर हैं जहां वह अपनी शर्तों पर काम चुनती हैं, लेकिन 'स्क्रीन' के विशेष कार्यक्रम 'क्रिएटर एक्स क्रिएटर' में उन्होंने उन कड़वे अनुभवों को साझा किया जो उनके लिए किसी सदमे से कम नहीं थे। राधिका ने बेहद भारी मन से बताया कि दक्षिण भारतीय फिल्मों के सेट पर उनके शुरुआती दिन 'ट्रॉमेटिक' यानी मानसिक रूप से बेहद कष्टकारी थे। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वह कभी नहीं चाहेंगी कि दुनिया की कोई भी महिला उस स्थिति का सामना करे जिससे उन्हें गुजरना पड़ा था। यह खुलासा न केवल मनोरंजन जगत के चकाचौंध के पीछे छिपी लैंगिक संवेदनहीनता को उजागर करता है, बल्कि यह भी बताता है कि एक उभरती हुई अभिनेत्री के लिए यह राह कितनी कांटों भरी हो सकती है।

राधिका ने उस दौर की एक बेहद शर्मनाक और आपत्तिजनक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि एक दक्षिण भारतीय फिल्म के सेट पर उनसे उनके शरीर की बनावट को लेकर अनुचित मांग की गई थी। अभिनेत्री के मुताबिक, उन्हें अपने स्तनों और कूल्हों पर अतिरिक्त 'पैडिंग' लगाने के लिए कहा गया ताकि वह पर्दे पर एक खास तरीके से दिख सकें। उस समय की स्थिति को याद करते हुए उन्होंने बताया कि वह पूरे सेट पर अकेली महिला थीं और पुरुषों के उस वर्चस्व वाले माहौल में इस तरह की मांग ने उन्हें भीतर तक झकझोर दिया था। 2000 के दशक के उत्तरार्ध में जब वह इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रही थीं, तब इस तरह के लैंगिक भेदभाव और शारीरिक दिखावे के दबाव ने उन्हें मानसिक रूप से काफी आहत किया। राधिका का कहना है कि आज भले ही वह ऐसी बातों पर कड़ा रुख अपना सकती हैं, लेकिन उस समय एक नए कलाकार के तौर पर ऐसी परिस्थितियों से लड़ना और खुद को सुरक्षित महसूस करना लगभग असंभव सा था।

सिर्फ दक्षिण भारत ही नहीं, राधिका ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के कुछ 'बड़े नामों' पर भी परोक्ष रूप से निशाना साधा है। उन्होंने बताया कि अपने करियर के शुरुआती दिनों में उन्हें हिंदी सिनेमा के कुछ अत्यंत प्रभावशाली और बड़े फिल्मकारों की ओर से काम के प्रस्ताव मिले थे। हालांकि, जब वह उनसे मिलने पहुंचीं और उनके काम करने के तौर-तरीकों तथा उनके व्यवहार को देखा, तो वह दंग रह गईं। राधिका ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि वे लोग 'भयानक' थे। उन्होंने दो टूक शब्दों में यह तय कर लिया कि चाहे कुछ भी हो जाए, वह इन 'बड़े लोगों' के साथ कभी काम नहीं करेंगी। अभिनेत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि यदि वह आज उन दिग्गजों के नाम सार्वजनिक कर दें, तो लोग दांतों तले उंगलियां दबा लेंगे और यकीन नहीं कर पाएंगे कि बाहर से सम्मानित दिखने वाले ये चेहरे असल में अंदर से कितने खोखले हैं।

राधिका आप्टे का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पूरी दुनिया में कार्यस्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को लेकर बहस छिड़ी हुई है। उनके इस खुलासे ने एक बार फिर फिल्म सेट पर 'पॉश' (POSH) नियमों की प्रभावशीलता और वहां के माहौल पर सवाल खड़े कर दिए हैं। राधिका मानती हैं कि अब समय बदल रहा है और उनके पास वह शक्ति है कि वह गलत के खिलाफ आवाज उठा सकें, लेकिन उनका संघर्ष उन अनगिनत युवतियों के लिए एक चेतावनी भी है जो इस ग्लैमर की दुनिया में कदम रख रही हैं। यह पूरी रिपोर्ट उस कड़वी हकीकत को बयां करती है कि सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए एक अभिनेत्री को न केवल अपनी प्रतिभा साबित करनी पड़ती है, बल्कि उसे पितृसत्तात्मक सोच और अपमानजनक मांगों के खिलाफ एक लंबी और थका देने वाली वैचारिक लड़ाई भी लड़नी पड़ती है।

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-