बंगाल में 8 चरणों में वोटिंग, पहले फेज 27 मार्च को, सभी राज्यों में काउंटिंग 2 मई को होगी

बंगाल में 8 चरणों में वोटिंग, पहले फेज 27 मार्च को, सभी राज्यों में काउंटिंग 2 मई को होगी

प्रेषित समय :17:49:23 PM / Fri, Feb 26th, 2021

नई दिल्ली. चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस जारी है. इसमें 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव का ऐलान किया जा रहा है. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि पश्चिम बंगाल में 8 फेज में चुनाव होंगे. पहले फेज की वोटिंग 27 मार्च को और दूसरे फेज की 1 अप्रैल को होगी. पश्चिम बंगाल समेत पांचों राज्यों में वोटों की गिनती 2 मई को होगी.

बंगाल में 8 फेज का शेड्यूल

पहला फेज

सीटें- 30 (पुरुलिया, बांकुड़ा, झाडग़्राम, पश्चिम मेदिनीपुर, पूर्वी मेदिनीपुर)

अधिसूचना- 2 मार्च

नामांकन- 9 मार्च

स्क्रूटनी- 10 मार्च

नाम वापसी- 12 मार्च

वोटिंग- 27 मार्च

काउंटिंग- 2 मई

दूसरा फेज

सीटें- 30 (बांकुड़ा, पश्चिमी मेदिनीपुर, पूर्वी मेदिनीपुर, दक्षिण-24 परगना)

अधिसूचना- 5 मार्च

नामांकन- 12 मार्च

स्क्रूटनी-15 मार्च

नाम वापसी- 17 मार्च

वोटिंग- 1 अप्रैल

तीसरा फेज

सीटें- 31

अधिसूचना- 12 मार्च

नामांकन-19 मार्च

स्क्रूटनी- 20 मार्च

नाम वापसी- 22 मार्च

वोटिंग- 6 अप्रैल

असम में 3 फेज में चुनाव

पहला फेज

सीटें- 47

अधिसूचना- 2 मार्च

नामांकन- 9 मार्च

स्क्रूटनी- 10 मार्च

नाम वापसी- 12 मार्च

वोटिंग- 27 मार्च

दूसरा फेज

सीटें- 39

अधिसूचना- 5 मार्च

नामांकन- 10 मार्च

स्क्रूटनी 16 मार्च

नाम वापसी- 17 मार्च

वोटिंग- 1 अप्रैल

तीसरा फेज

सीटें- 40

अधिसूचना- 12 मार्च

नामांकन-19 मार्च

स्क्रूटनी- 20 मार्च

नाम वापसी- 22 मार्च

वोटिंग- 6 अप्रैल

केरल में एक फेज में चुनाव

अधिसूचना-12 मार्च

नामांकन- 19 मार्च

स्क्रूटनी- 20 मार्च

नाम वापसी- 22 मार्च

वोटिंग- 6 अप्रैल

तमिलनाडु में भी एक फेज होगा

अधिसूचना- 12 मार्च

नामांकन- 19 मार्च

स्क्रूटनी- 20 मार्च

नाम वापसी- 22 मार्च

वोटिंग- 6 अप्रैल

वोटिंग का समय 1 घंटा बढ़ा

चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि 80 साल से ज्यादा उम्र के लोगों, विकलांग लोगों, जरूरी सेवाओं में लगे जिन लोगों की स्थानीय चुनाव अधिकारी पहचान करेंगे, वे पोस्ट बैलट से मतदान कर सकेंगे. सभी चुनाव अधिकारियों का कोरोना वैक्सीनेशन होगा. वोट डालने का समय 1 घंटा ज्यादा होगा. अरोड़ा के मुताबिक 5 राज्यों में 824 विधानसभा सीटें हैं. इनके लिए इस बार 18.68 करोड़ वोटर हैं और 2.7 लाख मतदान केंद्र होंगे.

पांचों राज्यों में पोलिंग बूथ बढ़ाए गए

अरोड़ा ने बताया कि असम में 2016 में 24,890 चुनाव केंद्र थे, इस बार 33,530 बूथ होंगे. तमिलनाडु में 2016 में 66,007 चुनाव केंद्र थे, 2021 में 88,936 होंगे. केरल में पहले 21,498 चुनाव केंद्र थे, अब 40,771 होंगे. पश्चिम बंगाल में 2016 में 77,413 पोलिंग बूथ थे, इस बार 1 लाख 1 हजार 916 होंगे.

अरोड़ा ने कहा, पिछले साल जब पूरी दुनिया कोरोना से जूझ रही थी, तब दुनियाभर के चुनाव आयोगों के सामने चुनाव कराना चुनौती थी. कई देशों ने ऐसे हालात में भी हिम्मत दिखाई और कुछ बदलाव और एहतियात बरतते हुए चुनाव कराए. चुनाव आयोग ने राज्यसभा की 18 सीटों पर जून 2020 में चुनाव कराकर शुरुआत की. हमारे लिए बड़ी चुनौती बिहार थी. वहां 7.3 करोड़ वोटर थे. यह हमारे लिए अग्निपरीक्षा थी. मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि असम विधानसभा चुनाव का कार्यकाल 31 मई तक है. इसी तरह तमिलनाडु विधानसभा का 24 मई, बंगाल का 30 मई, केरल का 1 जून और पुडुचेरी का 8 जून तक का कार्यकाल है.

बतौर चुनाव आयुक्त 11 चुनाव और बतौर मुख्य चुनाव आयुक्त 14 चुनाव देख चुके अरोड़ा 30 अप्रैल को रिटायर हो रहे हैं. उन्होंने एक शेर भी पढ़ा- किसी से हमसुखन होता नहीं महफिल में परवाना, उन्हें बातें नहीं आती, जो अपना काम करते हैं.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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