नजरिया. चुनाव आयोग असम समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा मार्च के पहले हफ्ते में कर सकता है. खबर है कि सोमवार को एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसके संकेत दिए थे, उन्होंने कहा था कि पिछली बार असम विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा चार मार्च को हुई थी, इस बार भी मार्च के पहले हफ्ते में तारीखों का एलान किए जाने का अनुमान है, हालांकि, यह चुनाव आयोग का काम है.
गैस, तेल और शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी 3,222 करोड़ रुपये की पांच बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चुनाव के दौरान वह जितनी बार संभव हो सकेगा, असम, बंगाल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और केरल का दौरा करेंगे. इन राज्यों में अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव कराए जाने की संभावना है.
जाहिर है, बीजेपी के लिए इन चुनावों का बड़ा महत्व है, क्योंकि ये राज्य बीजेपी के लिए आसान नहीं हैं.
बीजेपी को सबसे ज्यादा उम्मीदें पश्चिम बंगाल से हैं, क्योंकि पिछली बार लोकसभा चुनाव के दौरान उसे अपेक्षा के अनुरूप कामयाबी मिली थी, यही नहीं, वहां कई टीएमसी नेताओं को भी वह अपने साथ लेने में कामयाब रही है, लेकिन बड़ी समस्या यही है कि बीजेपी का मुकाबला सीएम ममता बनर्जी से है, जिनका खुद का सियासी अंदाज बेहद आक्रामक है और बंगाल में उनकी मजबूत और प्रभावी छवि भी है.
देखना दिलचस्प होगा कि इन चुनावों में बीजेपी को कितनी कामयाबी मिल पाती है!
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