प्रदीप द्विवेदी. मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार के चौथे कार्यकाल का पहला बजट वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा ने मंगलवार को विधानसभा में पेश किया, जिसके केन्द्र में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का दृष्टिकोण रहा, लेकिन इस पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कवितामय प्रतिक्रिया कुछ इस तरह से दी है.
प्रदेश का किसान कर्जदार,
युवा हो गया बेरोजगार,
आम जन पर महंगाई की मार,
व्यापारी पर करों का भार,
कर्मचारियों को भूल गई सरकार,
संवेदनशीलता का हो रहा झूठा प्रचार,
जुमलों और घोषणाओं की सरकार,
यही है इस बजट का सार..!
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का कहना है कि आज पेश मध्यप्रदेश सरकार का बजट झूठ का पुलिंदा, दिशाहीन, निराशाजनक व सिर्फ आंकड़ो का मायाजाल है.
उम्मीद थी कि इस बजट में पेट्रोल-डीजल की कीमतों से जनता को राहत प्रदान करने के लिये वैट में सरकार कमी करेगी, पंजीयन शुल्क में कमी होगी.
लेकिन, रोजगार के लिये कुछ नहीं, एमएसएमई के लिये कुछ नहीं, प्रदेश में निवेश बढ़ाने को लेकर कोई कार्ययोजना नहीं, प्रति व्यक्ति घटी आय व विकास दर को बढ़ाने को लेकर कोई ठोस उपाय नहीं हैं.
उनका कहना है कि- पुरानी योजनाओं को ही वापस शामिल कर गुमराह करने का प्रयास इस बजट में किया गया है.
इस बजट में नया कुछ नहीं है, जनता की उम्मीदो के विपरीत है यह बजट!
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Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी: वित्तमंत्री ने पेश किया बजट, 1 वर्ष में होगी 24,200 नए शिक्षकों की भर्ती, खुलेंगे 9 नये मेडिकल कॉलेज
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