नई दिल्ली. एक तरफ 5 राज्यों में विधानसभा को लेकर सभी दलों में घमासान मचा हुआ है तो दूसरी तरफ किसान आंदोलन के अगुआ नेताओं ने फैसला किया है कि बीजेपी के खिलाफ मतदाताओं को जागरुक करेगा. इसके लिये पश्चिम बंगाल और केरल में संयुक्त किसान मोर्चा अपने तरफ से एक प्रतिनिधिमंडल भेजेगा, जो जनता को मोदी सरकार के किसान विरोधी रवैये का खुलासा करेंगे. यह घोषणा आज स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेंद्र यादव और भारतीय किसान यूनियन के नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने की है. उन्होंने ऐलान किया कि आगामी 12 मार्च को संयुक्त किसान मोर्चा कोलकाता में एक रैली का आयोजन करने जा रही है.
योगेंद्र यादव ने कहा कि बीजेपी को हराने की अपील करेंगे लेकिन किसी भी दल का समर्थन नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि यह मतदाताओं के विवेक पर निर्भर करेगा कि वो किसे मतदान करता है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जनविरोधी और किसान विरोधी है. जिसको लेकर जनता को जागरुक करना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि 6 मार्च को किसान आंदोलन अपने 100 वें दिन प्रवेश कर जाएगा. जिसको खास बनाने के लिये सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे का चक्का जाम करेंगे.
उन्होंने कहा कि 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन को खास बनाने की योजना है. इस दिन महिला प्रदर्शनकारी सभी प्रदर्शन स्थल का नेतृत्व करेंगे. वहीं 5 मार्च को कर्नाटक में एमएसपी दिलाओ आंदोलन छेड़ी जाएगी. इस अवसर पर बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि हरियाणा के केंद्रीय मंत्री को उनके गांव में प्रवेश की भी योजना है. उन्होंने कहा कि 26 नवंबर से शुरु हुए आंदोलन अब नए कलेवर के साथ जनता के बीच जाएगी. बता दें कि किसानों ने तीनों कृषि कानून की वापसी की मांग की है. हालांकि सरकार के साथ बातचीत भी हुई जो बेनतीजा ही रहा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-कांग्रेस किसान महासम्मेलन में बैल ने मारी नेता को लात
किसान महापंचायत में अरविंद केजरीवाल ने कृषि क़ानूनों को डेथ वारंट करार दिया!
केजरीवाल का मेरठ की किसान महापंचायत में आरोप, कहा- बीजेपी की सरकार ने कराया लाल किला कांड
किसानों पर दर्ज मुकदमें रद्द करने की तैयारी में पंजाब सरकार, जल्द हो सकता है ऐलान
राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर कसा तंज, कहा हिम्मत हो तो करो किसानों और जॉब की बात
छत्तीसगढ़: किसानों की आत्महत्या पर विधानसभा में हंगामा, बीजेपी विधायकों का वाकआउट
Leave a Reply