प्रदीप द्विवेदी. परीक्षा का मौसम आ गया, तो एक बार फिर परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम की खासी चर्चा है.
खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छात्रों के साथ मार्च में प्रस्तावित परीक्षा पे चर्चा का कार्यक्रम अब अकेले भारतीय बच्चों तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि दुनिया भर के छात्रों को इसमें शामिल होने का मौका मिलेगा. कई देशों के छात्रों की मांग पर यह फैसला लिया गया है. इनमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया जैसे दर्जनों देशों के छात्र भी शामिल हैं.
देश में पीएम नरेंद्र मोदी की डिग्रियों को लेकर भी खासी चर्चा रही है और यह जानना बेहद दिलचस्प होगा कि उन्होंने ये डिग्रियां कैसे हासिल की हैं?
प्रसिद्ध एडवोकेट प्रशांत भूषण ने ट्वीट किया है- एचएम ने पीएम की डिग्रियां (एंटायर पॉलिटिकल साइंस में एमए) जारी की, जो आरटीआई के तहत नहीं दी जा रही हैं. उन्होंने तो बार-बार दावा किया था कि उन्होंने स्कूल से आगे कभी पढ़ाई नहीं की है!
कोई आश्चर्य नहीं कि वे अपने किसी शिक्षक या सह-छात्र का नाम नहीं दे सकते हैं?
कुछ समय पहले कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री पर सवालिया निशान लगाया था और कहा था कि- धरती पर दो लोगों को ढूंढ़ना असंभव है. एक मोदी के सहपाठी और दूसरा वह कस्टमर जिसने मोदी के हाथ चाय पी हो!
इसके साथ ही उनका यह भी कहना था कि- गलती पीठ की तरह ही होती है, जो खुद के सिवाय सबको दिखती है. हालांकि, उन्होंने अपने ट्वीट में यह भी कहा था कि- थकाऊ रविवार के दिन इन दो क्लिप से रिलैक्स कीजिए और मजे लीजिए...हंसना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है?
https://twitter.com/i/status/1369457110325469187
Loading...Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-
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