पवन खेड़ा: गैरों पे करम अपनों पे सितम.... इसलिए वैक्सीन की प्रथम डोज बंद करनी पड़ी!

पवन खेड़ा: गैरों पे करम अपनों पे सितम.... इसलिए वैक्सीन की प्रथम डोज बंद करनी पड़ी!

प्रेषित समय :18:23:41 PM / Wed, Mar 10th, 2021

प्रदीप द्विवेदी. केन्द्र सरकार की ओर से कोरोना वैक्सीन देने के मामले में पाकिस्तान पर मेहरबानी और राजस्थान को नजरअंदाज करने को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पीएम मोदी पर सियासी निशाना साधा है कि- मोदी जी, पाकिस्तान को साढ़े चार करोड़ वैक्सीन दे रहे हो, हमारे राजस्थान को भी दे दीजिए. मानता हूं कि पाकिस्तान का नाम लेकर आप वोट मांगते हैं तो कर्ज उतारना जरूरी है, लेकिन वोट तो राजस्थान की जनता देती है, गैरों पे करम अपनों पे सितम....

याद रहे, वैक्सीन देने के मामले में राजस्थान को लेकर केन्द्र सरकार के तौर-तरीकों पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी केन्द्र पर गलत बयानी का आरोप लगाया था और कहा था कि- केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि राजस्थान को 37.61 लाख कोविड वैक्सीन मिली एवं कल तक 24.28 लाख वैक्सीन ही लगाई गई हैं. यह डाटा पूर्णतः गलत है, 8 मार्च तक राजस्थान को 31,45,340 वैक्सीन प्राप्त हुईं. इनमें से 2,15,180 वैक्सीन सेना को उपलब्ध करवाई गईं हैं.

उनका कहना है कि- नियमानुसार अन्य लोगों को लगाने के लिए 29,30,160 उपलब्ध हुईं, 8 मार्च तक 23,26,975 वैक्सीन प्रदेश में लगाई जा चुकी हैं, 1,62,888 वैक्सीन खराब हुईं जो केन्द्र सरकार द्वारा अनुमत सीमा 10 प्रतिशत से भी कम है. इस प्रकार प्रदेश में 8 मार्च को 4,40,297 वैक्सीन ही उपलब्ध थीं.

राज्य में प्रतिदिन दो लाख से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है. ऐसे में 8 मार्च को सिर्फ दो दिन का वैक्सीनेशन करने के लिए ही वैक्सीन उपलब्ध थीं, इसलिए राज्य सरकार ने केन्द्र से अतिरिक्त वैक्सीन भेजने की मांग की, जिसके बाद प्रदेश को 9 मार्च को 85 हजार वैक्सीन प्राप्त हुईं.

सीएम गहलोत का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा राजस्थान के संबंध में जारी किया गया डाटा पूरी तरह गलत है. मैं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से अपील करूंगा कि वे अपने अधिकारियों को जल्दी ही वैक्सीन उपलब्ध करवाने और राजस्थान के बारे में गलत जानकारी ना देने के लिए निर्देश दें.

उन्होंने कहा कि- तीसरे चरण में देश का लगभग 22 प्रतिशत वैक्सीनेशन राजस्थान में ही किया जा रहा है. यहां पर सरकार और आमजन दोनों ही वैक्सीन को लेकर उत्साहित हैं, लेकिन केन्द्रीय मंत्रालय द्वारा इस तरह की गलतबयानी करने से प्रदेश के नागरिकों और कोरोना वॉरियर्स का हौसला कम होगा तथा जैसाकि कहा जा रहा है केन्द्र वैक्सीन 5-7 दिन में उपलब्ध करवा सकेगा, इससे पुनः वैक्सीनेशन में परेशानी आ सकती है.

सीएम गहलोत ने बताया कि- इस अनिश्चितता को देखते हुए केवल मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल एवं प्राईवेट अस्पतालों में ही वैक्सीनेशन को चालू रखा गया तथा कुछ जिलो में पीएचसी, सीएचसी स्तर पर मजबूरन वैक्सीन की प्रथम डोज बंद करनी पड़ी!

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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