अमेरिका में मिला कोरोना का और खतरनाक वायरस, वैक्सीन के भी बेअसर रहने की आशंका

अमेरिका में मिला कोरोना का और खतरनाक वायरस, वैक्सीन के भी बेअसर रहने की आशंका

प्रेषित समय :12:07:57 PM / Sun, Mar 7th, 2021

नई दिल्ली. कोरोना वायरस को लेकर रोज नई चिंताएं सामने आ रही हैं. हाल ही में अमेरिका के ओरिगॉन में ब्रिटेन में मिले वायरस का एक नया प्रकार मिला है, जो और भी ज्यादा खतरनाक है. बताया जा रहा है कि ये प्रकार एक नए म्यूटेशन के साथ मिल गया है, जिसके चलते इसपर वैक्सीन का प्रभाव कम होने की संभावना है. हालांकि जानकारों ने लोगों से और सतर्क रहने और कोरोना वायरस को लेकर बुनियादी सावधानियों का पालन करने के लिए कहा है.

शोधकर्ताओं को अब तक ऐसे कॉम्बिनेशन वाला एक ही मामला मिला है, लेकिन जैनेटिक एनालिसिस बताता है कि ये वैरिएंट समुदायों में फैला है. यह किसी एक व्यक्ति में तैयार नहीं हुआ है. ओरिगॉन हेल्थ एंड साइंस यूनिवर्सिटी के ब्रायन ओ रॉक बताते हैं 'हम इस दुनिया के दूसरे हिस्सों से नहीं लाए हैं, बल्कि यह अचानक सामने आया है.' रॉक और उनके साथी सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के साथ वैरिएंट्स को ट्रैक करने के काम में शामिल हैं. उन्होंने खोज के बाद डेटाबेस को वैज्ञानिकों के साथ साझा कर दिया है.

ब्रिटेन में मिले B.1.1.1.7 अमेरिका में तेजी से फैल रहा है. वायरस का यह प्रकार वास्तविक रूप से ज्यादा संक्रामक है. अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले हफ्तों में इस नए वैरिएंट्स के चलते अमेरिका में सबसे ज्यादा मामले मिलेंगे. ओरिगॉन में मिले नए प्रकार में इसी तरह की चीज के साथ एक म्यूटेशन (E484K या Eek) भी शामिल है. ये म्यूटेशन दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील और न्यूयॉर्क शहर में फैल रहे वायरस में नजर आया है.

दक्षिण अफ्रीका में हुए क्लीनिकल ट्रायल्स में पता चला है कि Eek म्यूटेशन इम्यून प्रतिक्रिया को नुकसान पहुंचाकर मौजूदा वैक्सीन को कम असरदार बनाता है. (वैक्सीन अभी भी काम करेंगी, लेकिन शोध की प्राप्तियों ने चिंता बढ़ा दी है और फाइजर-बायोएनटेक और मॉडर्ना ने वैक्सीन के नए वर्जन की टेस्टिंग शुरू कर दी है). ब्रिटने में सामने आए Eek के साथ B.1.1.7 वैरिएंट को वैज्ञानिक 'चिंता का कारण' मान रहे थे. डॉक्टर रोक का कहना है कि ऐसा लग रहा है कि ओरिगॉन में मिला वायरस स्वतंत्र रूप से विकसित हुआ है.

जानकारों का कहना है कि यह खोज चौंकाने वाली नहीं है, क्योंकि Eek म्यूटेशन दुनियाभर में सभी वायरस में देखा गया है. लेकिन B.1.1.7 के साथ हुआ म्यूटेशन देखने लायक है. ब्रिटेन में वायरस के इस नए वैरिएंट के चलते कम मामले सामने आए थे, लेकिन जैसे ही यहां कॉम्बिनेशन तैयार हुआ B.1.1.7 पूरे देश में फैल चुका था. एक्सपर्ट्स ने लोगों से नहीं घबराने की बात कही है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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