-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
ग्रहों की गति के सापेक्ष व्यक्ति के जीवन में शुभाशुभ बदलाव आते हैं. सार्वजनिक शुभाशुभ प्रभाव ग्रह के राशि विशेष में गोचर के सापेक्ष होता है, लेकिन इनका व्यक्तिगत शुभाशुभ प्रभाव ग्रह विशेष के कारकत्व के सापेक्ष होता है. गोचरवश सूर्यदेव 14 मार्च से 14 अप्रेल 2021 तक मीन राशि में भ्रमण करेंगे. गोचरवश बुध कुंभ के बाद 1 अप्रेल से मीन राशि में, शुक्र 17 मार्च से मीन राशि में और 10 अप्रेल से मेष, तो मंगल वृषभ राशि में रहेंगे.
गुरु मकर के बाद 6 अप्रेल से कुंभ राशि में, शनि मकर राशि में, राहु वृष, तो केतु वृश्चिक राशि में रहेंगे.
14 मार्च से 14 अप्रेल 2021 तक का सद्उपयोग राशिफल-
मेषः 14 मार्च से 14 अप्रेल 2021, इस समय के दौरान 1 अप्रेल तक बुध, 6 अप्रेल से गुरु, तो पूरे समय के लिए शुक्र गोचरवश शुभ फल प्रदान कर रहे हैं, इसलिए कार्य व्यवसाय में प्रगति होगी, भौतिक सुख-सुविधाओं का विस्तार होगा, तो धर्म-कर्म-ज्ञान के क्षेत्र में मन लगेगा. बेहतर परिणामों के लिए बेटी-बहन को प्रोत्साहित करें, बुजुर्गों का आशीर्वाद लें और गौ-सेवा करें.
वृषः 14 मार्च से 14 अप्रेल 2021, इस समय के दौरान सूर्यदेव, बुध, 6 अप्रेल तक गुरु, शुक्र और केतु उत्तम फल प्रदान करेंगे, इसलिए लाभ-पद-प्रतिष्ठा की प्राप्ति, कार्य-क्षेत्र में सफलता, विविध कार्यों में सफलता का परचम लहराएगा और घर-परिवार के लिए भौतिक सुख-सुविधाओं का विस्तार होगा. श्रेष्ठ परिणाम प्राप्त करने के लिए श्रीगणेश पूजन करें, सूर्योपासना करें और परिवारजनों को प्रसन्न रखें.
मिथुनः 14 मार्च से 14 अप्रेल 2021 की अवधि में सूर्यदेव, 1 अप्रेल से बुध, गुरु 6 अप्रेल से, शुक्र 10 अप्रेल से लाभदायक. कर्मक्षेत्र में सम्मान की प्राप्ति होगी, कार्य-व्यवसाय का विस्तार होगा, कला के क्षेत्र में प्रशंसा मिलेगी, प्रतियोगी परीक्षा में सफलता के योग, भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी. शुभत्व वृद्धि के लिए श्रीगणेश की पूजा करें, सूर्योपासना करें और गौसेवा करें.
कर्कः 14 मार्च से 14 अप्रेल 2021, इस दौरान मंगल पूरे समय, बुध 1 अप्रेल तक, गुरु 6 अप्रेल से पहले, शुक्र 10 अप्रेल से पहले, तो राहु-केतु, दोनों पूरे समय साथ देंगे. इस दौरान रक्त संबंधियों के सहयोग से सफलता मिलेगी, धन-लाभ के अवसर आएंगे, तो गुप्त लाभ भी संभव है, कामयाबी उत्साहित रखेगी, लेकिन अच्छा होगा यदि 10 अप्रेल से पहले महत्वपूर्ण कार्य संपन्न कर लें. अच्छे परिणामों के लिए श्रीगणेश, महावीर हनुमान और देवी सरस्वती की पूजा-अर्चना करें.
सिंहः 14 मार्च से 14 अप्रेल 2021, के बीच बुध 1 अप्रेल से, गुरु 6 अप्रेल से, तो शुक्र, शनि और केतु पूरे समय सहयोग प्रदान करेंगे. कला और कार्य-व्यवसाय में प्रगति होगी, प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी, घर का सपना साकार हो सकता है, तो संतान से प्रसन्नता मिल सकती है. श्रेष्ठ परिणामों के लिए श्रीगणेश, महावीर हनुमान की पूजा करें, गोसेवा करें.
कन्याः 14 मार्च से 14 अप्रेल 2021, के दौरान बुध 1 अप्रेल से पहले, शुक्र 10 अप्रेल के बाद, तो केतु पूरे समय सहयोग प्रदान करेंगे. सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी, धन-लाभ के अवसर आएंगे, तो कर्मक्षेत्र में कामयाबी का परचम लहराएगा. बेहतर नतीजों के लिए गौसेवा करें, श्रीगणेश की पूजा-अर्चना करें.
तुलाः 14 मार्च से 14 अप्रेल 2021, इस अवधि में सूर्यदेव पूरे समय, बुध 1 अप्रेल के बाद, गुरु 6 अप्रेल से, तो केतु पूरे समय सहयोग प्रदान करेंगे. इस दौरान पद-प्रतिष्ठा-पदोन्नति मिलने के साथ-साथ कामयाबी भी मिलेगी, ऋण-रोग और शत्रुओं से छुटकारा मिलेगा. शुभत्व वृद्धि के लिए श्रीगणेश पूजा के साथ-साथ सूर्योपासना करें.
वृश्चिकः 14 मार्च से 14 अप्रेल 2021, के दौरान बुध का 1 अप्रेल से पहले, शुक्र का 10 अप्रेल से पहले, तो शनि और केतु का पूरे समय सहयोग मिलेगा, नतीजे में कार्य-व्यवसाय विषयक मामले और चल-अचल संपत्ति और धन संबंधित कार्य 10 अप्रेल से पहले कर लें. राजनीति और चुनाव जैसे कार्यों में कामयाबी मिलेगी और पद-पदोन्नति के अवसर मिलते रहेंगे. धर्म-कर्म के कार्योें में मन लगेगा, तो न्याय के मामलों में सफलता मिलेगी. शुभ-लाभ के लिए श्रीगणेश और महावीर हनुमान की उपासना करें.
धनुः 14 मार्च से 14 अप्रेल 2021, मंगल, शुक्र और राहु का सहयोग पूरे समय मिलेगा, तो बुध का फायदा 1 अप्रेल के बाद मिलेगा. जमीन संबंधित कार्य में लाभ, भौतिक सुविधाओं का विस्तार होगा, चल-अचल संपत्ति प्राप्ति के योग, धन-लाभ, कार्य-व्यवसाय में 1 अप्रेल के बाद विस्तार, लाभ की संभावना. शुभत्व वृद्धि के लिए श्रीगणेश, देवी सरस्वती और देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करें.
मकरः 14 मार्च से 14 अप्रेल 2021, इस समय में सूर्यदेव, शुक्र और केतु का सहयोग लगातार मिलेगा, तो 1 अप्रेल से पहले तक बुध और 6 अप्रेल से गुरु लाभ प्रदान करेंगे. पुरानी परेशानियों से छुटकारा मिलेगा, प्रभाव बढ़ेगा, सुख-सुविधाओं में वृद्धि के योग, धन-लाभ, धर्म-कर्म के क्षेत्र में सम्मान मिलेगा. कामयाबी का परचम लहराएगा, शुभ स्थान परिवर्तन संभव. अच्छे परिणामों के लिए श्रीगणेश और लक्ष्मीनारायण की आराधना करें, सूर्योपासना करें.
कुम्भः 14 मार्च से 14 अप्रेल 2021, के दौरान शुक्र का सहयोग मिलेगा, तो 1 अप्रेल के बाद बुध भी लाभ प्रदान करेगा. भौतिक सुख-सुविधाओं का विस्तार होगा, तो कार्य-व्यवसाय फिर से सही होगा. गौसेवा से आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलेगी. देवी आराधना से लाभ, कष्ट समाप्त होंगे.
मीनः 14 मार्च से 14 अप्रेल 2021, इस दौरान मंगल, शुक्र, शनि, राहु और केतु का पूरे समय सहयोग मिलेगा, तो 10 अप्रेल से पहले गुरु भी सहयोग प्रदान करेंगे. अच्छे समय का सद्उपयोग करें, चल-अचल संपत्ति के मामले में लाभ के योग बने हैं, इस पर ध्यान दें. रक्त संबंधियों का सहयोग मिलेगा, धन-लाभ, कार्य-व्यवसाय में सफलता, राजनीति में कामयाबी सहित कई क्षेत्रों में उपलब्धियों के योग. श्रीगणेश, देवी लक्ष्मी और देवी सरस्वती की पूजा लाभदायक, गौसेवा से सफलता मिलेगी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जानें ज्योतिष आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया से मार्च 2021 का मासिक राशिफल
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