पलपल संवाददाता, जबलपुर/सिवनी. मध्यप्रदेश के जबलपुर संभाग स्थित सिवनी पेंच टाइगर रिजर्व में उस वक्त माहौल खुशनुमा हो गया, जब पर्यटकों ने ब्लैक पेंथर बघीरा को जंगल में घूमते देखा, बघीरा के आने से टाइगर रिजर्व में बहार सी आ गई है, बघीरा इन दिनों पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है. बघीर के आने के बाद से यहां पर पर्यटकों की संख्या भी पांच गुना ज्यादा हो गई है.
बताया जाता है कि वैसे तो सिवनी का पेंच टाइगर नेशनल रिजर्व पार्क बाघों के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन अचानक कालर आईडी वाला काला तेंदुआ बघीरा को घूमते देखा गया, जिसके आने से टाइगर रिजर्व में बहार आ गई, अधिकतर पर्यटक इन दिनों बघीरा को देखने के लिए पहुंच रहे है, जो आसानी से देखा जा रहा है. दिनभर इधर से उधर घूम रहा ब्लैक पैंथर बघीरा लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना है, बघीरा सामान्य तेंदुओं के साथ ही जंगल में विचरण कर रहा है, यहां तक कि कभी वह अन्य तेंदुओं के साथ पेड़ पर चढ़ जाता है तो कभी उछल-उछलकर खेल रहा है. बताया जाता है कि मादा तेंदुआ ने तीन शावकों को जन्म दिया था जिसमें एक काले रंग का शावक था.
करीब दस माह बाद नजर आया है बघीरा-
पेंच टाइगर प्रबंधन का कहना है कि इसके पहले ब्लैक पैंथर बघीरा माह मई 2020 में नजर आया था, उस वक्त बघीरा की उम्र दो महीने रही होगी, इसके बाद वह अब पेंच टाइगर रिजर्व में नजर आया है. जो इन दिनों आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है, बघीरा के आने के बाद से सैलानियों की संख्या भी पांच गुना बढ़ गई है.
सात गेट से हो रही एन्ट्री-
बताया गया है कि पेंच टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या 64 है, जिसमें 30 बाघ है, 30 बाघिन वहीं शावकों की संख्या 23 है, यहां पर सात गेट से सैलानियों को एन्ट्री दी जा रही है. ब्लैक पैंथर बघीरा को देखने के लिए पार्क के बेलिया गेट से बफर जोन में होते हुए जाते है, जहां पर सैलानियों के लिए प्रशिक्षित गाइड भी उपलब्ध है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी में कान्हा के बाद अब पेंच टाइगर रिजर्व में बाघ की मौत..!
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