नई दिल्ली. हरियाणा पर हर साल कर्ज का बोझ बढ़ रहा है. जो आंकड़े सामने हैं उसके मुताबिक हरियाणा का हर एक इंसान पर औसतन एक लाख रुपए का कर्ज है. लेकिन इन सबके अलावा एक राहत भरी खबर भी है. वो ये कि हरियाणा का हर एक शख्स औसतन 12 लाख रुपए का मालिक भी है. आपको बता दें कि हरियाणा फिलहाल 2 लाख करोड़ रुपए के कर्ज में डूबा है, लेकिन फिर भी अभी वो कर्ज लेने की अधिकतम सीमा को क्रॉस नहीं कर पाया है. आपको बता दें कि हरियाणा विधानसभा में राज्य बनने के बाद से लेकर अब तक कर्ज के आंकड़े रखे गए.
इस आंकड़े के मुताबिक हरियाणा जब पंजाब से अलग होकर राज्य बना तो उस वक्त प्रदेश पर मात्र 2 करोड़ 35 लाख रुपए का कर्ज था. आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि इतनी राशि आतकल किसी भी सरकारी टेंडर निकालने के लिए अधिकारी ले लेते हैं. आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश के ढाई करोड़ जनता में प्रत्येक करीब एक लाख रुपए के कर्जदार है. यह आंकड़ा विपक्ष का है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सदन में और विपक्ष के पूर्व नेता अभय सिंह चौटाला ने सदन के बाहर इस बात का दावा किया.
लेकिन विधानसभा के पटल पर सीएम खट्टर ने जो आंकड़े पेश किए उसने हुड्डा और चौटाला के आंकड़ों को साइड कर दिया. खट्टर ने कहा कि जब हम कर्ज का आकलन करते हैं तो हमें उसके लाभ का भी जिक्र करना चाहिए. प्रदेश की जितनी संपत्तियां हैं. इसके आधार पर राज्य का हर व्यक्ति करीब 12 लाख रुपए का मालिक है. मुख्यमंत्री ने साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि कोई व्यक्ति न तो कर्ज लौटा रहा है और न ही 12 लाख रुपए की संपत्ति का वास्तविक मालिक बन गया लेकिन जब बात हिसाब की आती है तो आंकड़ों की चर्चा जरूरी हो जाती है. कांग्रेस एमएलए जगबीर मलिक ने विधानसभा में राज्य पर बढ़ते कर्ज का हिसाब मांगा तो सीएम खट्टर ने पूरा लेखा जोखा सामने रख दिया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-हरियाणा: अंबाला में एयरटेल के मुख्य सर्वर ऑफिस में लगी भीषण आग, नेटवर्क हुआ ठप
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