जयपुर. आयुर्वेद, संस्कृति और संस्कृत के अग्रणी विद्वानों में जयपुर के ब्रह्मलीन वैद्य लक्ष्मीनारायण शर्मा का नाम प्रमुखता से लिया जाता हैं। भारतीय संस्कृति के संवाहक ज्ञान आयुर्वेद के माध्यम से लाखो लोगो को राहत व स्वास्थ्य सुरक्षा मुहैया करवाने वाले शर्मा व अनके हजारो शिष्य जनसेवा के लक्ष्य को लेकर सतत सेवायें दे रहे हैं। पण्डित शर्मा की सेवा और उत्कृष्ठ कार्यों ने उन्हें सम्मान की बुलंदियों तक पहुंचाया और राष्ट्रस्तर पर प्रतिष्ठित किया। शर्मा ने पुरातर भारत के गौरवपूर्ण ज्ञान को जन जन तक पहुंचाने के साथ संस्कृत व संस्कृति को भावी पीढ़ी तक पहुंचाने के लिये सशक्त आधार तैयार किया। उनकी स्मृति व महाप्रयाण दिवस पर परिवारजनों के साथ उनके शुभचिन्तकों व शिष्यों ने उनका पुण्य स्मरण कर उनके आदर्शो पर चलने का संकल्प दौहराया। प. शर्मा की समृद्ध विरासत को उनके पुत्र व अन्तरराष्ट्रीय उपभोक्ता संगठन आईकेन व भारतीय उपभोक्ता परिसंघ के अध्यक्ष डाॅ. अनन्त शर्मा प्रभावी ढंग से आगे बढ़ा रहे हैं। देश और दुनिया के करोड़ों उपभोक्ताओं को अपने अधिकारों के प्रति सजग बनाकर बाजार व्यवस्था में उनके हितों को सुरक्षित करने के अभियान में जुटे डाॅ. शर्मा अपने पिता के आदर्शो व प्रेरणा के अनुसार जनसेवा के लक्ष्य पर कार्य कर रहे हैं। डाॅ. शर्मा की सेवायें समृद्ध विरासत व गौरवपूर्ण वर्तमान के समन्वय का श्रेष्ठ उदाहरण हैं।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-होली से पहले राजस्थान में जली नोटों की होली, तहसीलदार ने चूल्हे में फूंक दिए 15 लाख
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