पलपल संवाददाता, भोपाल. मध्यप्रदेश को कोरोना ने पूरी तरह से अपनी चपेट में ले लिया है, पहली बार एक दिन में दस हजार से ज्यादा पाजिटिव मामले सामने आए है, आक्सीजन को लेकर हा-हा कार मचा हुआ है, शमशानों से लेकर अस्पतालों तक वेटिंग चल रही है, इस बीच आज सीएम शिवराजसिंह चौहान का बेटा कार्तिकेय भी पाजिटिव हो गया. इसके बाद सीएम ने भी अपना कोविड टेस्ट कराया है, एंटीजन निगेटिव है, इंदौर में भाजपा विधायक मालिनी गौड़ की सास, बेटा, बहू के साथ दो साली की पोती की रिपोर्ट भी पाजिटिव आई है.
मध्यप्रदेश के प्रदेश के 25 शहरों में अब तक कोरोना कफ्र्यू लगाया जा चुका है. पिछले दिन रीवा, टीकमगढ़ और छतरपुर में भी टोटल लॉकडाउन करने का फैसला इन जिलों की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी ने लिया. इससे पहले डिंडौरी, धार, होशंगाबाद और ग्वालियर में कोरोना कफ्र्यू लगाया गया था. मार्च माह में प्रदेश के चारों बड़े शहरों में अधिक संक्रमित मिल रहे थे किन्तु अप्रैल माह में छोटे शहरों में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है. प्रदेश में कुल एक्टिव केस का आंकड़ा 55694 पहुंच गया है. इसमें से 60 प्रतिशत केस सिर्फ 12 जिलों में हैं जबकि मार्च में 50 प्रतिशत केस भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में आ रहे थे.
भोपाल में सबसे ज्यादा मौत-
मध्यप्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 4365 तक पहुंच गई थी, इसमें 14 अप्रेल को हुई 53 मौतें भी शामिल है. पिछले 24 घंटे मे सबसे ज्यादा 8 मौतें भोपाल में दर्ज की गईं. प्रशासन ने इंदौर और जबलपुर में 6-6 और ग्वालियर में 5 और रतलाम में 4 मौतें होना बताया है. इसके अलावा बैतूल, उज्जैन, विदिशा, रायसेन, सागर, धार और शहडोल में 2-2 मौतें हुईं. इसी तरह आगर मालवा, अनपूपुर, राजगढ़, बालाघाट, गुना, हरदा, खरगोन में 1-1 मरीजों ने दम तोड़ा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मध्यप्रदेश में शिक्षक भर्ती परीक्षा पास करने वालों के लिए खुश-खबरी, जल्द ही मिलेगी ज्वाइनिंग
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