डबलूसीआरएमएस नेता की दबंगई से स्टाफ परेशान, मनमाफिक ड्यूटी नहीं लगाने पर देता है तबादले की धमकी, आक्रोश

डबलूसीआरएमएस नेता की दबंगई से स्टाफ परेशान, मनमाफिक ड्यूटी नहीं लगाने पर देता है तबादले की धमकी, आक्रोश

प्रेषित समय :12:44:18 PM / Mon, Apr 19th, 2021

जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल रेल मंडल के गुना में पदस्थ एक गार्ड की दबंगई से वहां का स्टाफ जबर्दस्त परेशान और आक्रोशित है. दरअसल मजदूर संघ का पदाधिकारी वीपी सिंह नामक गार्ड ड्यूटी लगाने वाले सुपरवाइजर्स को धमकाता रहता है कि यदि उसके हिसाब से उसकी ड्यूटी नहीं लगाई गई तो वह तबादला करवा देगा. यही नहीं वह अपने संघ के उच्चपदस्थ पदाधिकारियों व रेल अधिकारियों से नजदीकी का रौब दिखाकर स्टाफ को प्रताडि़त भी करवा रहा है.

बताया जाता है कि पूर्व में भी उसकी कई शिकायतें उच्च अधिकारियों से की गई, लेकिन संघ का पदाधिकारी होने के चलते उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसके बाद से वह और स्टाफ को परेशान लगा है. सूत्रों के मुताबिक एक मामला गत 18 अप्रैल 2021 को सामने आया, जब मेल गार्ड वीपी सिंह जादौन को गाड़ी संख्या 09326 की कॉल बुक की गई, किंतु उन्होंने ड्यूटी पर जाने से मना कर दिया. स्टेशन प्रबंधक यूके सक्सेना पर उसके द्वारा जबर्दस्त दबाव बनाया और बोला मैं यह गाड़ी की ड्यूटी पर नहीं जाऊंगा, यदि मुझ पर दबाव बनाओगे तो मैं डीआरएम से कम्पलेंट कर दूंगा. साथ ही उसने धमकाया कि गत 11 अप्रैल 2021 को स्टेशन प्रबंधक आरएस मीना ने भी मुझे यही गाड़ी लगाई थी, जिसके बाद मैंने उसका तबादला शिवपुरी करवा दिया है, आपकी भी शिकायत कर तबादबा करवा दूंगा.

कर्मचारी हितैषी होने की बजाय हो गये विरोधी

बताया जाता है कि गार्ड वीपी सिंह संघ के पदाधिकारी होने के चलते स्टाफ की समस्याओं को दूर करने के लिए काम करना चाहिए, किंतु वे कर्मचारी विरोधी हैं और अपना हित साध रहे हैं. बताया जाता है कि कई स्टाफ ने उनकी शिकायत संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों से भी  की है, किंतु उच्च संरक्षण प्राप्त होने के चलते कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. उनके मनमुताबिक ट्रेन ड्यूटी नहीं लगाने पर झूठी शिकायत करके तबादला किया जा रहा है.

निजी कामधंधे की भरमार, नौकरी पर नहीं ध्यान

आक्रोशित रेल कर्मचारियों ने बताया कि वीपी सिंह दरअसल रेलवे की नौकरी के जरूरतमंद नहीं हैं, क्योंकि उनके कई व्यवसाय गुना व आसपास के क्षेत्रों में फलफूल रहा है, इसलिए वे अपने मनमाफिक ड्यूटी करना पसंद करते हैं, यही कारण है कि जब उनके हिसाब से ट्रेन ड्यूटी नहीं लगाई जाती है तो वे अपने सुपरवाइजर्स को धमकाने व तबादले कराने की जुगत में लग जाते हैं.

कर्मचारियों में आक्रोश, हो सकता है आंदोलन

बताया जाता है कि गुना में सिर्फ संबंधित विभाग का स्टाफ ही नहीं, बल्कि अन्य विभागों जैसे गैंगमैन, प्वाइंट्समैन आदि के खिलाफ भी झूठी शिकायतें करके धमकाया जाता है, जिससे बड़ी संख्या में स्टाफ में आक्रोश है, यदि यही हालात रहे तो आने वाले दिनों में गुना में बड़ा आक्रोश भड़क सकता है. कई कर्मचारियों का कहना है कि संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों को अपने इस पदाधिकारी की कर्मचारी विरोधी कार्यप्रणाली पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाते हुए संघ से बर्खास्त किया जाना चाहिए.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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