पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में कई संक्रमित लोग अपनी बीमारी को छिपा कर घूम रहे है, ऐसा ही एक मामला आज सुबह शक्ति भवन के पास देखने को मिला है, जब कलेक्ट्रेट के एक बाबू को पुलिस ने रोककर चालानी कार्यवाही करना चाहा तो उसने कहा कि वह कोरोना पाजिटिव है, जिसपर पुलिस कर्मी भी पीछे हट गए.
बताया गया है कि रामपुर इंद्रा नगर निवासी जन्मेजय नामक युवक कलेक्ट्रेट की एसडब्ल्यू शाखा में पदस्थ है, जन्मेजय के पिता कृपाशंकर दास व मां कोरोना पाजिटिव है, इसके बाद भी आज सुबह युवक जन्मेजय शक्तिभवन रामपुर में घूमने के लिए निकला, पुलिस रामपुर के पास चेकिंग कर रही थी, इस बीच युवक को रोककर चालानी कार्यवाही करने लगी तो उसने कलेक्ट्रेट का बाबू होना बाते हुए बचने की कोशिश की, जब पुलिस नही मानी तो उसने कहा कि वे कोरोना पाजिटिव है, उसके परिवार के दो लोग और पाजिटिव है, यहां तक कि मोबाइल फोन पर उसने अपने पाजिटिव होने की रिपोर्ट तक दिखा दी. पुलिस ने मामले में युवक के खिलाफ 188 के तहत कार्यवाही की. युवक के पाजिटिव होने की जानकारी मिलते ही ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मी भी कुछ पल के लिए ठिठक कर रह गए थे. यहां तक कि पुलिस ने मामले की जानकारी एसडीएम को भी दी, उसके घर को कंटेनमेंट जोन बनाने के लिए कहा गया. इस घटनाक्रम के बाद टीआई सहित पूरे स्टाफ ने सेनेटाइजेशन किया, वर्दी को धुलवाया,
मार्निंग वॉक, साइकलिंग पर भी है रोक-
गौरतलब है कि जिला प्रशासन ने साइकिलिंग व मार्निंग वॉक पर भी प्रतिबंध लगाया है इसके बाद भी सिविल लाइन व रामपुर क्षेत्र में आज भी लोग कोविड के नियमों की अनदेखी कर सुबह के वक्त साइकल चला रहे है, टहलने के लिए निकल रहे है. दोनों ही क्षेत्र में अधिकारी वर्ग व पढ़े लिखे तबके के लोग रहते है, इसके बाद भी इस तरह की लापरवाही कहीं न कहीं संक्रमण को बढ़ावा दे रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-लेह-लद्दाक से जबलपुर टे्रनिंग पर आए सैनिक की आकाशीय बिजली गिरने से मौत
Leave a Reply