वाशिंगटन. फारस की खाड़ी के होरमुज़ जलडमरू मध्य में अमेरिकी नौसेना के पोत की ओर बढ़ने वाली 13 ईरानी नौकाओं को रोकने के लिए अमेरिकी तटरक्षक के एक जहाज से चेतावनी देने के इरादे से दो बार गोलियां चलाई गईं. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन ने इसे ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर की नौसेना का असुरक्षित और गैरपेशेवर रवैया बताया है. दो सप्ताह में यह दूसरी बार है जब अमेरिकी जहाज ने ईरान के अर्धसैनिक रिवोल्यूशनरी गार्ड के जहाज को चेतावनी देने के लिए गोलियां दागीं.
यह घटना ऐसे वक्त में हुई है जब अमेरिका ने 2015 के परमाणु समझौते पर वियना में ईरान के साथ अप्रत्यक्ष बातचीत शुरू की. अमेरिका 2018 में इस समझौते से हट गया था. जब यह पूछा गया कि क्या ऐसा प्रतीत हुआ कि रिवोल्यूशनरी गार्ड अमेरिकी नौसेना के साथ जंग लडऩे की कोशिश कर रहे थे, तो पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने ईरान की मंशा को लेकर कुछ कहने से इनकार कर दिया.
किर्बी ने कहा क दुखद है कि आईआरजीसी नौ सेना का यह बर्ताव कोई नई बात नहीं है. इस तरह की घटनाओं के लिए हमारे कमांडिंग अधिकारी और पोतों पर मौजूद चालक दल के सदस्य प्रशिक्षित हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधि से किसी को चोट पहुंच सकती है और इससे क्षेत्र में वास्तव में भ्रम की स्थिति पैदा होती है. इससे किसी का हित पूरा नहीं होने वाला है.
इससे पहले 26 अप्रैल को भी फारस की खाड़ी में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के जहाज एक अमेरिकी गश्ती जहाज के नजदीक आ गए थे, जिसके बाद अमेरिकी युद्धक जहाज को चेतावनी स्वरूप गोलियां चलानी पड़ी थीं. करीब चार साल में इस तरह की यह पहली घटना थी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-आईएनएस विक्रमादित्य में लगी आग, सभी कर्मी सुरक्षित, घटना की जांच के आदेश: नौसेना
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