नई दिल्ली. अमेरिका के पूर्वी हिस्से में एक बार फिर से पेट्रोल की सप्लाई बहाल हो गई है. इससे कल कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारी गिरावट का रुख रहा. शुरूआती कारोबार में ही कच्चा तेल तीन फीसदी तक गिरा. यह अप्रैल के बाद एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है.
घरेलू बाजार में देखा जाए तो आज सरकारी तेल कंपनियों ने दोनों ईंधन के दाम में भारी बढ़ोतरी की. शुक्रवार को दिल्ली के बाजार में पेट्रोल 29 पैसे की बढ़ोतरी के साथ 92.34 रुपये प्रति लीटर और डीजल 34 पैसे की तेजी के साथ 82.95 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया.
पिछले दो महीने से देश के कई राज्यों में विधानसभा के चुनाव की प्रक्रिया चल रही थी. इसलिए, पिछले महीने कच्चा तेल महंगा होने के बाद भी पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है. हालांकि इस महीने इसके दाम बढ़ने शुरू हुए हैं. चुनाव के बाद आठ दिनों में ही दिन में पेट्रोल 1.97 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है.
वहीं हालांकि बीते मार्च-अप्रैल के दौरान डीजल के दाम में ठहर ठहर कर चार दिन कटौती हुई. इस वजह से यह 74 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो चुका था, लेकिन चुनाव बीतने के बाद अब आठ दिनों में ही डीजल 2.22 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-सरकारी तेल कंपनियों ने छह दिन में 1.43 रुपये महंगा किया पेट्रोल, डीजल के दाम भी बढ़े
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