प्रदीप द्विवेदी. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने गांवों तक अपना असर दिखाया है, लेकिन सरकार की सक्रियता और जनता की जागरूकता से इससे मुक्ति मिल सकती है.
हालांकि, कुछ जगहों पर व्यवस्थाओं को लेकर शिकायतें हो सकती हैं, लेकिन बांसवाड़ा जिले के छोटी सरवन जैसे ग्रामीण केंद्र भी हैं, जहां कोरोना टेस्ट की बेहतर व्यवस्थाएं हैं, तो लोगों को लगातार जागरूक भी किया जा रहा है.
छोटी सरवन पीएचसी केंद्र के प्रभारी डॉ मुकेश मईडा, साथ में डॉ मयंक जैन, डाॅ प्रेमनारायण मईडा समेत समस्त स्टाफ केंद्र की व्यवथाओं को स्वच्छ और बेहतर बनाने के साथ-साथ कोरोना टेस्ट, जन जागरूकता आदि सेवाएं भी नियमित रूप से दे रहा है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तो प्रदेश में कोरोना महामारी से निपटने के लिए लगातार पूरे चिकित्सा तंत्र पर नजर रख रहे हैं और जरूरत के अनुसार व्यवस्थाओं को बेहतर और उपयोगी बनाने पर फोकस हैं.
सीएम गहलोत का कहना है कि- मुझे खुशी है कि आपने लॉकडाउन की पालना शुरू कर दी है. आशा है इसे आप निरंतर जारी रखेंगे.
उन्होंने ट्वीट किया- मंत्रिपरिषद ने संकट की इस घड़ी में प्रदेशवासियों की जीवन रक्षा के लिए विभिन्न जीवन रक्षक दवाओं, ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर, मेडिकल उपकरण आदि की खरीद तथा ऑक्सीजन परिवहन के लिए वित्तीय प्रक्रियाओं में शिथिलता के प्रस्तावों का भी अनुमोदन किया.
यह खरीद जल्द से जल्द हो, इसके लिए नेशनल हेल्थ मिशन को नोडल एजेंसी बनाकर शीघ्र ही एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) जारी किया जाएगा.
सीएम गहलोत का कहना है कि वीसी के माध्यम से हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रदेश में वैक्सीनेशन को गति देने, वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए ग्लोबल टेंडर आमंत्रित करने के प्रस्ताव का सर्वसम्मति से अनुमोदन किया गया. इससे विदेशी वैक्सीन निर्माताओं से वैक्सीन की एक करोड़ डोज खरीदी जा सकेंगी.
इसके अलावा, नर्स ग्रेड-प्रथम का पदनाम सीनियर नर्सिंग ऑफिसर करने का निर्णय किया है, इससे उनकी लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी होगी.
इस दौरान राज्य मंत्रिपरिषद ने कोरोना संक्रमण के समय में प्रदेशवासियों की जीवन रक्षा के लिए करीब तेरह महीने से लगातार समर्पित सेवाएं दे रहे नर्सिंग कर्मियों की सराहना करते हुए अंतरराष्ट्रीय नर्सेज दिवस के अवसर पर नर्स ग्रेड-द्वितीय का पदनाम नर्सिंग ऑफिसर करने की जानकारी दी.
उनका कहना है कि प्रदेश सरकार प्रदेशवासियों के स्वस्थ, सुरक्षित जीवन को लेकर बेहद चिंतित है. मंत्रिपरिषद ने अपेक्षा की है, सभी राज्य सरकार के प्रयासों को सार्थक रूप देने हेतु समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों की अक्षरशः पालना कर अपनी, अपनों की जीवन रक्षा के दायित्व का जिम्मेदार नागरिक के रूप में निर्वहन करेंगे.
इस बैठक में निर्णय लिया गया कि जिलों में संक्रमण की स्थिति की गहन समीक्षा और उसके अनुरूप पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर लोगों को राहत देने के लिए प्रभारी मंत्री जिलों का नियमित दौरा करेंगे. वीडियो कॉन्फ्रेंस, दूरभाष आदि के माध्यम से भी जिला प्रशासन के लगातार संपर्क में रहेंगे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण यूपीएससी ने टाला सिविल सर्विसेज प्री-एग्जाम
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