भोपाल. कोरोना काल में घर से दूर हुई पोस्टिंग से नाराज नर्सें गुरुवार को सतपुड़ा भवन पहुंची थी. स्वास्थ्य विभाग की अपर संचालक सपना लोवंशी ने उनसे मुलाकात की, लेकिन जब कोई पॉजिटिव जवाब नहीं मिला तो सभी नर्सें भवन के गेट पर प्रदर्शन करने लगीं. नर्सों के सतपुड़ा भवन के बहार बैठने पर अरेरा हिल्स थाने के टीआई आरके सिंह ने उनसे कहा कि वो यहां से चले जाएं, लेकिन जब वे नहीं मानीं तो महिला पुलिसकर्मियों की मदद से उनको वहां से हटा दिया गया.
टीआई के हटाने के बाद भी कुछ नर्से वहीं रुक गई. जिनको हटाने के लिए टीआई ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कहा कि ‘जूते खाकर मानोगी क्या? नहीं मान रही हैं तो लगाओ इनको दो-दो हाथ. हटाओ यहां से. सुबह से समझा रहा हूं। फिर भी यहीं पर बैठी हुई हैं.’
नर्सो का कहना है कि वो दिन रात मरीजों की सेवा करती आई हैं, लेकिन आज तक किसी ने ऐसी बात नहीं कही. हालांकि इस पूरे घटनाक्रम पर टीआई आरके सिंह का कहना है कि उन्होंने नर्सों से ऐसी कोई बात नहीं कही है. वे अपने बचाव में ऐसा आरोप लगा रही हैं.
पुलिस अमानवीयता पर उतरी
वहीं दूसरी तस्वीर सागर जिले से सामने आई है. यहां कोरोना कर्फ्यू के दौरान बिना मास्क लगाए घूम रहीं मां-बेटी से पुलिस ने अमानवीयता की है. दरअसल सागर के रेहली में एक मां-बेटी गांधी चौक से गुजरे तो महिला आरक्षक अर्चना डिम्हा और एएसआई एलएन तिवारी ने उन्हें रोका दिया. रोकने के बाद पुलिसकर्मी दोनों को गाड़ी में बैठाने लगी. मां ने विरोध किया तो आरक्षक ने दोनों से मारपीट शुरू कर दी. बेटी गिड़गिड़ाती रही कि मां को छोड़ दो, पर आरक्षक ने बाल पकड़कर घसीटा. हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद आरक्षक और एएसआई को सस्पेंड कर दिया गया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी के सीएम ने कहा: कोरोना से मरने वालों के परिजनों को दिए जाएगें एक लाख रुपए
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