जबलपुर में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का एक और सौदागर राकेश शर्मा गिरफ्तार

जबलपुर में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का एक और सौदागर राकेश शर्मा गिरफ्तार

प्रेषित समय :16:10:29 PM / Sun, May 23rd, 2021

पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में एसआईटी ने सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीतसिंह मोखा के बाद नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में इंदौर के एक और सौदागर राकेश शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है, पेशे से एमआर राकेश शर्मा के जरिए ही सपन जैन ने गुजरात के व्यापारियों से नकली इंजेक्शन का सौदा किया था. ऐसी खबर है कि सिटी अस्पताल में हुई 9 मौत के मामले में अब पुलिस द्वारा धारा 304 भी बढ़ा सकती है.

बताया गया है कि अधारताल निवासी सपन जैन द्वारा राकेश शर्मा के जरिए ही दवाएं खरीदता रहा, सिटी अस्पताल के डायरेक्टर सरबजीतसिंह मोखा ने जब सपन को रीवा निवासी सुनील मिश्रा व गुजरात के कारोबारी कौशल वोरा व पुनीत शाह के फोन नम्बर दिए, उस वक्त राकेश शर्मा के जरिए ही नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का सौदा किया था, पुलिस के हत्थे चढ़े राकेश शर्मा से पूछताछ में और भी कई अह्म खुलासे होगें. ऐसी खबर है कि राकेश शर्मा शादीशुदा होने के बाद भी इंदौर स्थित अपने घर में एक युवती को साथ में रखा है. पुलिस को राकेश शर्मा से पूछताछ में यह जानकारी भी लगी है कि 6 मई को नकली रेमडेसिविर मामले का खुलासा होने के बाद सपन जैन व राकेश शर्मा कार से तिलवारा घाट के पुल पर पहुंचे थे, जहां से उन्होने नर्मदा नदी में 35 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन फेेके थे, इस बात की पुष्टि भी दोनों के मोबाइल फोन की लोकेशन से हो गई है. अब इस रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भी पुलिस द्वारा बरामद किए जाएगें, वहीं एसआईटी राकेश शर्मा के साथ घटना का सीन रिक्रिएट भी कराएगी. एसआईटी सिटी अस्पताल में किए गए दस्तावेजों में हेरफेर के मामले में एकाउंटेंट अरुण बागल से पूछताछ के बाद प्रकरण में धारा 420, 467, 468 भी बढ़ा दी है, सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीतसिंह मोखा ने अरुण को धमकी देते हुए पुराने बिल को डिलीट कर फर्जी बिल बनवाए थे, नए फर्जी बिल में उसने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाने का जिक्र ही नहीं किया, पुलिस ने कई कूटरचित दस्तावेज बरामद किए है.

गुजरात के दोनों कारोबारी भी बन सकते है आरोपी-

एसआईटी ने मोखा की मैनेजर सोनिया खत्री व पत्नी जसमीत के साथ साथ देवेश की निशानदेही पर जब्ल किए गए नकली रेमडेसिविर के चारों वॉयल का केमिकल परीक्षण कराया है, जिसमें डाक्टरों का अभिमत लिया जाएगा, इसके बाद पुलिस प्रकरण में 304 की धारा बढ़ा सकती है, क्योंकि नकली इंजेक्शन लगाने से 9 लोगों की मौत होने की जानकारी पहले ही सामने आ चुकी है, अब पुलिस मामले में गुजरात के कारोबारी कौशल वोरा व पुनीत शाह को भी आरोपी बना सकती है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

जबलपुर के सिटी अस्पताल से 18 हजार रुपए लेकर मरीज को लगाया जाता था नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन..!

नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन प्रकरण: मोखा की पत्नी ने तगाड़ी में रखकर जला दिए स्टॉक रजिस्टर

जबलपुर में सिटी अस्पताल की दवा दुकान, मोखा के प्लाट पर भी मिले नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन

नकली रेमडेसिविर मामला: मोखा की पत्नी जसमीत और मैनेजर सोनिया को पुलिस ने देर रात किया गिरफ्तार

नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन: सोनिया ने मोखा के घर पहुंचाए थे इंजेक्शन, पत्नी-बेटे ने नाले में फेंककर नष्ट किए

Leave a Reply