भुवनेश्वर. ओडिशा के मलकानगिरी जिले के चित्रकोंडा क्षेत्र में आंध्र-ओडिशा सीमा पर सिलेरू नदी में सोमवार देर शाम सिलेरू नदी में दो नावों के पलट जाने से एक बच्चे की डूबने से मौत हो गई, जबकि सात अन्य प्रवासी श्रमिक लापता हैं. चित्रकोंडा तहसीलदार टी पद्मनाभ डोरा ने कहा कि यह घटना तब हुई जब दो नावों में 30 प्रवासी मजदूर रात में ओडिशा के मलकानगिरी जिले के कंधागुडा और गुंथगुडा गांवों में अपने घरों को लौट रहे थे. वे सभी रैपिड एंटीजन टेस्ट से बचना चाह रहे थे, कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए राज्य में घुसना से पहले रैपिड एंटीजन टेस्ट करना अनिवार्य है.
तहसीलदार ने बताया कि तेलंगाना में अपना काम खत्म करने के बाद एक नाव में 19 लोग सुरक्षित वापस लौट आए, जबकि 11 लोग दो अन्य नावों से वापस लौट रहे थे, जब यह दुर्घटना हुई. अचानक एक नाव पानी के नीचे एक पोल से टकराकर पलट गई. इसके बाद घबराए हुए लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए दूसरी नाव पर कूद गए. लेकिन वह नाव भी झुक गई और नदी में डूब गई.
ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स की एक टीम ने बाद में नदी से एक बच्चे का शव बरामद किया, जबकि तीन प्रवासी श्रमिक तैरकर सुरक्षित निकल गए. इस घटना के बाद से सात लोग लापता हैं. लापता लोगों में पांच महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं. सभी लापता लोगों की तलाश जारी है. वहीं मृतक बच्चे के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. एक स्थानीय ने बताया कि इस नदी में पहले भी ऐसी घटना हो चुकी है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-दिल्ली से कार में छिपाकर गुजरात ले जा रहे थे साढ़े चार करोड़ रुपये, पुलिस से दबोचा
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