बिहार में कोरोना संक्रमण पर रोक लगाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोगों से शादी – विवाह सहित अन्य सामाजिक समारोहों को कुछ दिन टालने या समारोह में कम लोगों के शामिल होने की अपील की है. ऐसे में एक युवक ने मुख्यमंत्री की बातों पर अमल करते हुए बिना बैंड-बाजा और बाराती के अकेले ही शादी का फैसला लिया और साइकिल से अपनी दुल्हन के घर पहुंच गया. दूल्हे और दुल्हन ने सात फेरे लिए और सुबह अपनी दुल्हन को भी साइकिल से ही विदा करवाकर दूल्हा अपने घर ले आया.
मामला बिहार के भागलपुर के सुल्तानगंज का है. जहां दूल्हा गौतम कुमार (24) की शादी पिछले साल जनवरी में ही बांका जिले दुल्हन कुमकुम कुमारी से तय हुई थी. लेकिन, कोरोना महामारी की वजह से उस समय ये शादी टल गई. जिस कारण परिवार वालों ने सोचा कि अगले साल में लग्न के पहले फेर में इस विवाह को सपंन्न करा लिया जाएगा.
इस साल भी जब विवाह का लग्न प्रारंभ हुआ, कोरोना की दूसरी लहर ने दस्तक दे दी और फिर लॉकडाउन लग गया. इसके बाद फिर गौतम की शादी टल गई, लेकिन इस बार गौतम इस बार शादी करने का फैसला ले लिया. गौतम ने अपने फैसले को मूर्तरूप देने के लिए शुक्रवार को बिना बैंड बाजा और बारात के खुद सेहरा पहनकर साइकिल से अपने होने वाले ससुराल की तरफ रवाना हो गया.
दूल्हें के साइकिल से पहुंचने के बाद दुल्हन के परिजनों ने पूरे रीतिरिवाज के साथ दूल्हे का स्वागत किया. इसके बाद दुल्हन के परिजनों ने तत्काल पंडित और नाई बुलाया और उसी दिन शादी की सभी रस्में पूरी की गई. बिना किसी साथी, बैंड-बाजा और बारात के गौतम और कुमकुम ने सात फेरे लिए. इसके बाद शादी की रस्म भी पूरी की.
इस बात की खबर जब प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रभात रंजन को लगी तो वह खुद शादी समारोह में पहुंचे और दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद दिया और पुरस्कार भी दिए. मीडिया से बात करते हुए एक ओर जहां सरकार अभी भीड़भाड़ में जाने से लोगों को बचने की अपील कर रही है , वहीं गौतम की यह पहल सराहनीय है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-18 साल के लड़के ने 71 साल की महिला से की शादी, पोते से भी छोटी है पति की उम्र
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