बीजिंग. चीन अब सभी जोड़ों को तीसरा बच्चा पैदा करने की अनुमति देगा. चीन ने आबादी की बढ़ती उम्र और देश की दीर्घकालिक आर्थिक संभावनाओं के लिए खतरा पैदा करने वाली घटती जन्म दर को रोकने के लिए यह फैसला किया है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के सोमवार को जारी बयान के मुताबिक पोलित ब्यूरो ने इस बात पर भी जोर दिया कि चीन सेवानिवृत्ति की उम्र में डिले के नियम को ठीक से लागू किया जाए. बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने की.
चीन धीरे-धीरे अपनी कठोर बर्थ पॉलिसी में सुधार कर रहा है, जिसने अधिकांश परिवारों को कई वर्षों तक केवल एक ही बच्चे तक सीमित कर दिया. 2016 में दो बच्चे पैदा की अनुमति दी गई. हालांकि, इससे घटती जन्म दर पर कोई फर्क नहीं पड़ा और चीन को रिलेक्शेसन लिमिट को बढ़ाना पड़ा है.
2025 से पहले पीक पर पहुंच जाएगी पॉपुलेशन
चीन में जन्म की संख्या 1961 के बाद से सबसे कम हो गई.चीन की घटती जन्म दर का मतलब है कि जनसंख्या जल्द ही घटने लगेगी. अनुमान है कि जनसंख्या वृद्धि में गिरावट से दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश 2025 से पहले पीक पर पहुंच सकता है. हाल ही में जारी जनगणना के आंकड़ों के अनुसार पिछले दशक में 0.53 फीसदी की वार्षिक औसत जनसंख्या वृद्धि हुई जो कि 1950 के बाद से सबसे स्लो थी
पिछले साल 1961 के बाद सबसे कम बच्चों का जन्म
पूर्वी एशिया और यूरोप में छोटे परिवारों की ओर को प्राथमिकता दी जा रही है. चीन में अधिकांश परिवारों को दो बच्चे पैदा करने की अनुमति देने की पिछली छूट के बाद बर्थ रेट मे वृद्धि अल्पकालिक ही रही. कई पैरेंट्स आवास और शिक्षा की हाई कॉस्ट को इसमें एक फैक्टर बताते हैं. पिछले साल चीन में केवल 1.2 करोड़ बच्चे पैदा हुए थे, जो 1961 के बाद से सबसे कम संख्या है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल देखने के लिए खर्च करने होंगे 2 लाख रुपये
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