एमपी के जबलपुर में आंशिक छूट के आदेश को लेकर हुए भ्रम से बवाल: कपड़ा, गल्ला दुकानें खुलते ही बंद कराने पहुंची पुलिस

एमपी के जबलपुर में आंशिक छूट के आदेश को लेकर हुए भ्रम से बवाल: कपड़ा, गल्ला दुकानें खुलते ही बंद कराने पहुंची पुलिस

प्रेषित समय :15:52:51 PM / Tue, Jun 1st, 2021

पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में 50 दिन बाद लॉकडाउन में मिली छूट के बाद व्यापारियों ने राहत की सांस ली थी, आज सुबह से मुख्यबाजार में व्यापारियों ने गल्ला व कपड़े की दुकानें खोली ही थी कि पुलिस अधिकारी बल सहित बंद कराने के लिए पहुंच गए, जिससे बवाल मच गया, देखते ही देखते सैकड़ों व्यापारी एकत्र हो गए, जिन्होने पुलिस की कार्यवाही का विरोध करना शुरु कर दिया, पुलिस ने सख्ती के साथ सभी दुकानें बंद करा दी, यहां तक कि प्रशासनिक अधिकारी पहुंच गए, यह सबकुछ छूट को लेकर दिए गए आदेश के भ्रम से हुआ है, हालांकि आदेश के कालम नम्बर 30 में इस बात का उल्लेख है कि सभी दुकानें शाम सात बजे तक खुलेगी, इसपर लोगों ने ज्यादा ध्यान दिया.

बताया गया है कि जबलपुर में आपदा प्रबंध कमेटी ने बैठक के बाद जारी किए गए आदेश में एक सप्ताह के लिए आंशिक छूट दी, जिसमें गली मोहल्ले व रोजगार से जुड़ी दुकानों को खोलने की अनुमति दी है, लेकिन गल्ला मंडी, कपड़ा, सराफा, बर्तन, मॉल, सघन बाजार क्षेत्र की दुकानों को बंद करने का फैसला लिया गया. लेकिन छूट मिलने की खबर के बाद व्यापारियों ने आज सुबह से अपनी अपनी दुकानों के ताले खोलकर शटर उठाना शुरु कर दिया, सुबह दस बजे बाजार गुलजार होता, इससे पहले पुलिस पहुंच गई और दुकानों को बंद करने के लिए आदेश देना शुरु कर दिया. पुलिस द्वारा दिए गए आदेश के बाद फिर हड़कम्प मच गया, फुहारा, सराफा, कोतवाली क्षेत्र के व्यापारी बाहर आ गए, गल्ला मंडी में ही विरोध प्रदर्शन शुरु हो गया.

देखते ही देखते बवाल मच गया, सैकड़ों की संख्या में एकत्र हुए व्यापारियों ने पुलिस की कार्यवाही का विरोध करना शुरु कर दिया, व्यापारियों का कहना है कि समस्त दुकानों को खोलने की बात कही है, जबकि पुलिस अधिकारियों का कहना था कि गली मोहल्ले में किराना की दुकाने, हार्डवेयर सहित अन्य दुकानों को खोलने का आदेश है, आदेश को लेकर पैदा हुए भ्रम से बवाल की स्थिति निर्मित हो गई. पुलिस अधिकारियों और व्यापारियों के बीच जमकर बहस हुई, इस दौरान लगी भीड़ के बीच सोशल डिस्टेसिंग गायब हो गई थी, काफी देर तक व्यापारियों ने हंगामा किया, यहां तक कहा कि वे आने वाले दिन पूरा बाजार खोलेगें, सुबह से चल रहा बवाल अभी थमा नहीं था, दोपहर ढाई बजे के लगभग व्यापारी एकत्र होकर फिर कोतवाली थाना पहुंच गए, यहां पर विवाद की स्थिति बनी रही.

शहर के अन्य स्थानों पर भी हंगामा-

इसी तरह अधारताल, रांझी, गोरखपुर सहित अन्य क्षेत्रों के मुख्य बाजार में भी लोगों ने दुकानें खोल ली, जिन्हे पुलिस बंद कराने के लिए पहुंच गई. जिससे विवाद की स्थिति निर्मित हो गई. जिला प्रशासन द्वारा जारी किए गए आदेश से ही शहर में इस तरह से भ्रम की स्थिति निर्मित हुई है, व्यापारियों का कहना था कि आदेश में स्पष्ट रुप से कुछ समझ नहीं आ रहा है, जिससे यह भ्रम हुआ है.

सड़कों पर दिखाई दी भीड-

आंशिक छूट मिलने के बाद सड़कों पर सुबह के वक्त जरुर भीड़भाड़ दिखाई दी, लोग आफिस जाने के लिए निकले, बाजार करने के लिए लोग घरों से बाहर आए लेकिन दोपहर तक चहल पहल कम हो गई, वहीं शहर के आसपास हिस्सों में लगने वाली मंडी में मजदूर वर्ग की चहल पहल रही.

शराब दुकानों को विशेष छूट-

शहर में भले ही बाजार खोलने की अनुमति न दी गई है, एकल दुकानों को भी शाम सात बजे तक ही आदेश मिला हो लेकिन शराब दुकानों पर हमेशा की तरह विशेष मेहरबानी की गई है, इन्हे सुबह 8 बजे से रात दस बजे तक दुकानों को खोलने की अनुमति रहेगी. 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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