नई दिल्ली. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने आज पिनाक रॉकेट का सफल परीक्षण किया. यह इतना शक्तिशाली है कि महज 44 सेकेंड में 12 रॉकेट को फायर कर सकता है. डीआरडीओ की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि ओडिशा तट के पास चांदीपुर एकीकृत परीक्षण रेंज में ये सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया.
डीआरडीओ की ओर से कहा गया है कि पिनाक एक फ्री फ्लाइट आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम है जिसकी रेंज 37.5 किलोमीटर है. पिनाक रॉकेट्स को मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर से छोड़ा जाता है. इस मिसाइल सिस्टम को भारत और पाकिस्तान से लगी सीमाओं पर तैनात करने के मकसद से बनाया गया है. अधिकारियों का कहना है कि यह कम तीव्रता वाली युद्ध जैसी स्थिति के दौरान काम करने में बेहद कारगर है और सैन्य क्षमता में जबर्दस्त इजाफा करती है.
पिनाक मिसाइल की यह है विशेषताएं
- पिनाक मूल रूप से मटी-बैरल रॉकेट सिस्टम है. इससे सिर्फ 44 सेकेंड्स में 12 रॉकेट दागे जा सकते हैं.
- डीआरडीओ की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि पिनाक सिस्टम की एक बैटरी में छह लॉन्च व्हीकल होते हैं, साथ ही लोडर सिस्टम, रडार और लिंक विद नेटवर्क सिस्टम और एक कमांड पोस्ट होती है.
- एक बैटरी के जरिए 1&1 किलोमीटर एरिया को पूरी तरह ध्वस्त किया जा सकता है.
- इसको भगवान शंकर के धनुष पिनाक के नाम पर विकसित किया गया है.
डीआरडीओ ने एंटीबॉडी टेस्ट के लिए विकसित की डिपकोवैन किट
डीआरडीओ की एंटी-कोविड दवा 2-डीजी लांच, जानिए क्यों बताया जा रहा गेम चेंजर
डीआरडीओ की एंटी-कोरोना वायरस दवा 2-डीजी की आज लांचिंग करेगे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
कोरोना मरीजों के इलाज के लिए डीआरडीओ की दवा 2-डीजी अगले हफ्ते की शुरुआत में होगी लॉन्च
पीएम केयर फंड से डीआरडीओ के 1.50 लाख यूनिट ऑक्सीकेयर सिस्टम को खरीदी की मंजूरी
डीआरडीओ की दवा को मिली मंजूरी, इससे मरीज जल्दी रिकवर होते हैं, ऑक्सीजन की जरूरत कम होती है
Leave a Reply