पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में वैक्सीनेशन सेंटरों में बढ़ रही लोगों की भीड़ अराजक होती जा रही है, जिसका मुख्य कारण है जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की नाकाफी व्यवस्थाएं है, आज ग्वारीघाट स्थित आयुर्वेदिक कालेज में वैक्सीनेशन को लेकर उमड़ी भीड़ के चलते हंगामे की स्थिति निर्मित हो गई, जहां पर ड्यूटीरत महिला आरक्षक ने जब लोगों को समझाइश देने की कोशिश की तो आरक्षक के साथ ही धक्कामुक्की की जाने लगी, देखते देखते अफरातफरी का माहौल निर्मित हो गया. शहर के अन्य वैक्सीनेशन सेंटरों में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लोगों के साथ अभद्रता की जाना, रजिस्ट्रेशन किए जाने के बाद भी वैक्सीन न लगाए जाने की शिकायतें मिल रही है. खासबात तो यह है कि स्वास्थ्य अधिकारियों ने भी वैक्सीनेशन कार्यक्रम को भी भगवान भरोसे छोड़ दिया है.
बताया जाता है कि आज शहर के 41 सेंटरों में कोविशील्ड का सेकेन्ड डोज लगाया जाना था, इसके लिए लोगों ने ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन कराया था ताकि उन्हे किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े लेकिन उनका रजिस्ट्रेशन कराना कोई काम नहीं आया, जब वे अपने शेड्यूल के अनुसार पहुंचे तो यह कहकर लौटा दिया गया कि वैक्सीन खत्म हो गई है. जिसकी दो वजह सामने आई, एक में तो लोगों की बढ़ती भीड़ के कारण टीका लगाया गया वहीं दूसरी ओर वैक्सीनेशन सेंटर में बैठे स्वास्थ्य कर्मियों ने इसे भी अपनी आय का जरिया बना लिया, उन लोगों को पिछले दरवाजे से वैक्सीन लगाई जा रही थी, जिन्होने पहले वैक्सीन लगवाने के लिए ड्यूटीरत कर्मचारियों को उपकृत किया था.
कई जगह वैक्सीन लगवाने पहुंचे लोगों ने विरोध स्वरुप हंगामा करना शुरु कर दिया, यहां तक कि ग्वारीघाट स्थित आयुर्वेदिक कालेज स्थित वैक्सीनेशन सेंटर में उन लोगों ने जमकर हंगामा किया, जिन्होने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया था, क्योंकि ऐसे लोगों को यह कहकर बाहर से ही लौटाना शुरु कर दिया गया कि वैक्सीन खत्म हो चुकी है, लोगों ने सेंटर के अंदर जमकर हंगामा किया, लोगों की भीड़ देखकर ड्यूटी कर रही महिला आरक्षक ने समझाने की कोशिश की तो उसके साथ ही धक्का मुक्की शुरु कर दी गई. देखते ही देखते अफरातफरी मच गई, खबर मिलते ही थाना की पुलिस मौके पर पहुंच गई और मामला शांत कराया. खासबात तो यह है कि वैक्सीनेशन सेंटरों में स्वास्थ्य अधिकारियों से लेकर जिला टीकाकरण अधिकारी भी देखने भी नही जा रहे है आखिर वैक्सीनेशन कार्यक्रम कैसा चल रहा है, सबकुछ भगवान भरोसे चल रहा है.
यहां पर सफेदपोशों का दबदबा-
चर्चा के दौरान यह बात भी सामने आई है कि वैक्सीनेशन सेंटरों को भी शहर के कुछ सफेदपोश नेताओं ने अपने कब्जे में ले लिया है, उनकी मर्जी से लोगों को वैक्सीन लग रही है, पहले उनके खास लोगों को वैक्सीन लगाई जाती है, इसके बाद अन्य लोगों का नम्बर आता है. एक स्वास्थ्य अधिकारी ने तो यहा तक कहा कि वैक्सीनेशन कार्यक्रम में नेताओं के दखल से भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी लोग घर लौटे-
वैक्सीनेशन सेंटरों से अधिकतर ऐसे ही लोगों को घर लौटना पड़ा, जिन्होने एक दो दिन पहले ऑनलाइन रजिस्टे्रशन कराया था, वे जब अपने निर्धारित शेड्यूल पर पहुंचे तो यह कहकर लौटा दिया गया कि रजिस्ट्रेशन कराने का कोई मतलब नहीं है, पहले आओ पहले लगवाओ. इन अराजक व्यवस्थाओं के बीच जबलपुर में वैक्सीनेशन कार्यक्रम चल रहा है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मप्र विद्युत नियामक आयोग में किसानों ने दर्ज की आपत्ति, 6 जुलाई को जबलपुर में होगी जनसुनवाई
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