इस्लामाबाद. पाकिस्तान में हिंदुओं के मंदिर को जलाने वाले 350 आरोपियों को सरकार ने माफ करने का फैसला किया है. खैबर पख्तूनख्वाह सरकार ने मंगलवार को बताया कि इन सभी के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए जाएंगे. पिछले साल इस क्षेत्र में मंदिर जला दिया गया था. सरकार का दावा है कि अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय ने उन्हें माफ कर दिया है.
प्रांत के गृह विभाग के सूत्रों का कहना है कि हिंदू समुदाय के सदस्यों ने मामले को खत्म करने के लिए सरकार द्वारा गठित जिरगा में आरोपी लोगों को माफ करने का फैसला किया है. जिरगा एक तरह से पंचायत का ही रूप है, जिसमें बड़े-बुजुर्ग आपसी सहमति से फैसला लेते हैं. सूत्रों ने बताया कि सरकार ने जिरगा का गठन किया, जिसने सर्वसम्मत्ति से से मामले को सुलझा लिया. इस वजह से क्षेत्र के मुसलमान और हिंदू समुदाय के बीच तनाव पैदा हो गया था.
हालांकि हिंदू समुदाय के लोगों का अभी भी कहना है कि आश्वासन मिलने के बावजूद सरकार बिना किसी वजह के देरी कर रही है. उनके मुताबिक मंदिर के पास आराम करने वाली जगह का निर्माण कार्य अभी भी अटका हुआ है. इस वजह से यहां के अल्पसंख्यक समुदाय में काफी गुस्सा भी है. प्रांत में मानवाधिकार कार्यकर्ता व धर्म गुरु हारून सरब दियाल का कहना है, ‘हम शांति और सांप्रदायिक सदभाव के खिलाफ नहीं हैं. मगर जिस ढंग से जिरगा संस्कृति के खिलाफ जाकर केस को खत्म किया गया है, वह सही नहीं है.’
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-इंदौर पुलिस की वेबसाइट हैक: हैकर ने लिखा पाकिस्तान जिंदाबाद, पीएम मोदी पर भी की अभद्र टिप्पणी
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