लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुहर्रम के मौके पर किसी भी तरह का जुलूस/ताजिया निकालने पर पाबंदी लगा दी है. यह फैसला कोविड-19 संक्रमण की वजह से लिया गया है. इसके पहले कांवड़ यात्रा को भी रद्द कर दिया गया था.
पुलिस महानिदेशक कार्यालय की तरफ से सभी जिलों के पुलिस कप्तानों और पुलिस कमिश्नरों को मुहर्रम को लेकर एक पत्र जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि कोरोना महामारी को देखते हुए किसी भी प्रकार के जुलूस/ताजिया की अनुमति न दी जाए. साथ ही धर्मगुरुओं से संवाद स्थापित कर कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का अनुपालन कराया जाए.
छोटी घटनाओं को भी गंभीरता से लें
पत्र में कहा गया है कि सभी थानाध्यक्षों/क्षेत्राधिकारियों को यह स्पष्ट निर्देश जारी किए जाएं कि ये प्रत्येक छोटी से छोटी घटना को भी गंभीरता से लें. सूचना मिलने पर तत्काल मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का निरीक्षण करें. साथ ही विवाद का समाधान करने और साम्प्रदायिक संवेदनशीलता को समाप्त करने के लिए कड़े और प्रभावी उपाय करें.
संवेदनशील जगहों पर हो पुलिस फोर्स की तैनाती
डीजीपी कार्यालय की तरफ से जारी पत्र में संवेदनशील, साम्प्रदायिक और कंटेनमेंट जोन में भारी पुलिस फोर्स की तैनाती करने के लिए कहा गया है. इसके अलावा बम और आतंकवाद निरोधक दस्ता के साथ सघन चेकिंग अभियान चलाने का भी निर्देश जारी किया गया है.
अफवाह फैलाने वालों पर रखी जाएगी कड़ी नजर
पत्र में, असामाजिक तत्वों और अफवाह फैलाने वालों पर भी कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि महिलाओं के साथ छेडख़ानी की घटनाएं न हो, इसके लिए सादी वर्दी में पुरुष और महिला सिपाही तैनात किए जाएं. इसके अलावा संवेदनशील क्षेत्रों के साथ ही अन्य जगहों पर मोबाइल पेट्रोलिंग करायी जाए, जिससे किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न घटित होने पाए.
शिया धर्मगुरुओं ने जताई नाराजगी
वही, दूसरी ओर पुलिस महानिदेशक कार्यालय की तरफ से मोहर्रम को लेकर जारी गाइडलाइन्स पर घमासान मच गया है. शिया धर्मगुरुओं ने इसकी भाषा पर कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने पीस कमेटी की बैठक का बहिष्कार करने का फैसला किया है.
क्या बोले मौलाना कल्बे जवाद
शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने पुलिस प्रशासन के सर्कुलर को अभद्र भाषा वाला बताया. उन्होंने प्रदेश की सभी मुहर्रम कमेटियों को पीस मीटिंग का बहिष्कार करने के लिए कहा है. उन्होंने कहा, ये दिशानिर्देश नहीं हैं. यह मुहर्रम मनाने वालों के खिलाफ झूठे और नीच आरोपों की एक सूची है. इसमें उन्हीं बातों का जिक्र है जो वहाबियों ने शियाओं पर या अल कायदा-तालिबान ने शियाओं पर लगाए हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी को बनाया दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला राज्य: अमित शाह
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