प्रदीप द्विवेदी. मोदी सरकार के जनविरोधी फैसलों के कारण विपक्ष उत्साहित जरूर है और अभी से 2024 में कड़ी चुनौती देने के एक्शन में भी नजर आ रहा है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या विपक्ष, मोदी को मात देने में कामयाब होगा?
दरअसल, अगला लोकसभा चुनाव 2024, मोदी टीम के सियासी प्रबंधन और जनता की याददाश्त के बीच होगा, लिहाजा यदि जनता को 2024 तक पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस के दाम याद रहे, किसान आंदोलन का दर्द महसूस होता रहा, मोदी सरकार की कोरोना लापरवाही याद रही, बेरोजगारी-महंगाई परेशान करती रही, तो ही मोदी सरकार की केंद्र से विदाई हो पाएगी.
मोदी टीम जनता की कमजोरी समझ चुकी है, उसे पता है कि गुजरतेे समय के साथ जनता सबकुछ भूल जाती है. यदि चुनाव से कुछ महीने पहले अच्छे दिनों का कोई नया सुनहरा सपना दिखा दिया, तो जनता सारे पुराने दुःख-दर्द भूल जाएगी.
मोदी टीम का सियासी प्रबंधन तगड़ा है, सोशल मीडिया पर पकड़ मजबूत है, इमोश्नल मुद्दों का फायदा उठाना आता है, यही वजह है कि मोदी टीम आश्वस्त हैं कि 2024 में फिर से कामयाबी मिल जाएगी.
देखना दिलचस्प होगा कि जनता को मोदी-राज के खराब दिन याद रहते हैं या मोदी टीम, अच्छे दिनों की फायर-प्रूफ काठ की हांडी फिर से चढ़ाने में सफल रहती है!
चलते-चलतेः देश के प्रमुख पत्रकार अजीत अंजुम ने ट्वीट किया- चैकीदार जी ने 15 अगस्त के भाषण के लिए सुझाव मांगे हैं? मेरा सुझाव यह है कि लाल किले पर चढ़कर अपने इस्तीफे का ऐलान कर दें....!
https://twitter.com/ajitanjum__/status/1422832489056198662
Loading...Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-
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