प्रदीप द्विवेदी. पीएम नरेंद्र मोदी ने दो बड़े शानदार काम किए हैं....
एक- जिंदा नेता के नाम पर पहली बार स्टेडियम का नाम रख कर तमाम आत्ममुग्ध नेेताओं को आत्मग्लानी से मुक्ति दिला दी है!
दो- खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदल कर अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम बदलने का सियासी रास्ता साफ कर दिया है, अब जब भी कभी कोई और सरकार आएगी, यदि प्रधानमंत्री अतिमहत्वाकांक्षी हुए तो स्टेडियम का नाम अपने नाम पर करवा लेंगे या फिर नाम बदल कर किसी खिलाड़ी के नाम पर रख देंगे?
खबर है कि- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार खेल रत्न को हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद का नाम देने क ऐलान किया है, उन्होंने ट्वीट किया- मेजर ध्यानचंद भारत के उन अग्रणी खिलाड़ियों में से थे जिन्होंने भारत के लिए सम्मान और गौरव दिलाया, लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है.
याद रहे, खेल रत्न पुरस्कार पहले राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के नाम से जाना जाता था.
जाहिर है, इसके बाद सोशल मीडिया पर मजेदार कमेंट आने थे.
दिलचस्प बात यह है कि लोगों ने इस निर्णय का यह कहते हुए समर्थन किया है कि स्पोर्ट्स अवार्ड राजनेताओं के नाम पर नहीं बल्कि खिलाड़ियों के नाम पर ही होने चाहिए, लेकिन यह भी कहा कि- अब अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नामकरण भी किसी खेल शख्सियत पर किया जाए!
उल्लेखनीय है कि फरवरी 2020 में अहमदाबाद के सरदार पटेल स्टेडियम, जिसे मोटेरा स्टेडियम के नाम से भी जाना जाता है, का नामकरण पीएम मोदी के नाम पर किया गया था. यह दुनिया का सबसे विशाल क्रिकेट स्टेडियम है.
खबर है कि खेल रत्न अवार्ड के नए नामकरण का स्वागत करते हुए क्रिकेटर इरफान पठान ने कहा कि उम्मीद है भविष्य में खेल स्टेडियमों के नाम प्लेयर्स पर भी रखे जाएंगे.
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला @ShankersinhBapu ने ट्वीट किया- नरेंद्र मोदी सरकार ने राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड का नामकरण मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड कर दिया है. उन्हें नरेंद्र मोदी स्टेडियम को भी वापस सरदार पटेल स्टेडियम कर देना चाहिए!
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला @rssurjewala ने कहा- हॉकी के जादूगर, खेल के पुरोधा मेजर ध्यानचंद जी के प्रति सम्मान प्रकट करने का कांग्रेस स्वागत करती है.
मेजर ध्यानचंद का नाम अगर बीजेपी व पीएम मोदी जी अपने छोटे राजनीतिक उद्देश्यों के लिए ना घसीटते तो अच्छा था.
पर मेजर ध्यानचंद के नाम पर खेल रत्न पुरस्कार का नाम रखने का हम स्वागत करते हैं.
राजीव गांधी जी इस देश के नायक थे, हैं और रहेंगे.
राजीव गांधी जी पुरस्कारों से नहीं, अपनी शहादत, अपने विचारों और आधुनिक भारत के निर्माता के तौर पर जाने जाते हैं.
देश के प्रमुख संपादक उमाशंकर सिंह @umashankarsingh ने ट्वीट किया- नाम मेजर ध्यानचंद का और पूरे पेज पर चेहरा मोदी का!
गजब की प्रचार की भूख है!
वहीं, इस पर प्रमुख पत्रकार अजीत अंजुम @ajitanjum ने टिप्पणी की कि- फोटो के साइज से तो ऐसा लग रहा है साहेब ही मेजर ध्यानचंद हैं!
सियासी सयानों का मानना है कि पीएम नरेंद्र मोदी लगातार अपनी ओवर ब्रांडिंग करके खुद ही हास्य का केंद्र बनते जा रहे हैं?
https://twitter.com/i/status/1423645827617067015
https://twitter.com/sambitswaraj/status/1423552736390385665/photo/1
https://twitter.com/shashantshekhar/status/1423658612014993412
https://twitter.com/ShankersinhBapu/status/1423556180706693126
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पीएम मोदी का बड़ा फैसला: खेल रत्न अवॉर्ड अब मेजर ध्यानचंद के नाम पर
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