वाराणसी. अब भक्त मां गंगा और बाबा विश्वनाथ के एक साथ दर्शन का लाभ ले सकेंगे. धार्मिक मान्यताओं को देखा जाए तो मां गंगा शिव की जटाओं से निकलकर धरती पर आईं. यही गंगा जब काशी के पहुंचती हैं तो 11 किमी. लंबे अर्धचंद्राकार घाटों के किनारे बहते हुए मनभावन दृष्य बनाती हैं. प्राचीन समय में गंगा घाट से विश्वनाथ मंदिर के दर्शन हो जाया करते थे. लेकिन समय बढ़ता गया और दोनों के बीच निर्माण होते गए. हालात ये हो गए कि दोनों को एक साथ देख पाना संभव नहीं रह गया लेकिन अब पीएम नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरीडोर के बनने से ऐसा एक बार फिर संभव हो सकेगा. ऐसा मुमकिन होगा- कॉरीडोर में बनने वाले मंदिर चौक से.
मंदिर चौक पर गंगा व्यू गैलरी बनाई जा रही है. जहां पर खड़े होकर भक्त बाबा विश्वनाथ और मां गंगा के दर्शन एक साथ कर सकेंगे. करीब पचास हजार वर्ग मीटर में बन रहे विश्वनाथ धाम के 1200 वर्ग मीटर में तैयार हो रही गंगा व्यू गैलरी पर्यटकों और भक्तों को सबसे ज्यादा आनंदित करेगी. यहां गंगा की लहरों को निहारने के लिए एक प्लेटफार्म भी बनाया जाएगा. यही नहीं, जहां से गंगा जल लेकर भक्त विश्वनाथ धाम मे प्रवेश करेंगे, वो हिस्सा भी जलासेन घाट के पास होगा. इसलिए जलासेन घाट पर भी एक और गंगा व्यूइंग गैलरी तैयार की जा रही है.
गंगा स्नान के बाद विश्वनाथ धाम में एंट्री के लिए साठ फिट चौड़ा और 35 फिट ऊंचा प्रवेश दवार बनाया जाएगा. जिस पर बनने वाला रैंप दिव्यांग और बुजुर्गजनों की मंदिर में प्रवेश करने के लिए सहायता करेगा. ये प्रवेश द्वार गंगा के खतरे के निशान के ऊपर बनाया जा रहा है, ताकि बरसात के दिनों में गंगा का जलस्तर बढ़ने से भी इस पर कोई फर्क न पड़े. वाराणसी के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि मंदिर चौक पर बनने वाली गंगा व्यू गैलरी भक्तों को काफी आनंदित करेगी. यहां खड़े होकर भक्त एक साथ बाबा विश्वनाथ और मां गंगा के दर्शन कर सकेंगे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पश्चिमी यूपी में भाजपा को निगल सकता है ‘अजगर’
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