पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में कोरोना संक्रमण के बीच डेंगू नामक बीमारी से शहरवासी हलाकान है, कई लोगों की मौत भी हो चुकी है. इस मामले को लेकर नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच की ओर से एक जनहित याचिका आज हाईकोर्ट में दायर की गई है. याचिका के जरिए डेंगू से होने वाली मौत पर मुआवजा व नियंत्रण करने में असफल लोगों से मुआवजा वसूलने की मांग की गई है.
नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के अध्यक्ष डॉ. पीजी नाजपांडे की ओर से रजत भार्गव ने हाईकोर्ट की जबलपुर मुख्यपीठ में जनहित याचिका लगाई है. याचिका में बताया कि जबलपुर सहित प्रदेश भर में डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं. जबलपुर में डेंगू फैलने की एक बड़ी वजह आबादी के बीच में संचालित डेयरियों को बताया गया है. वहीं डेंगू नियंत्रण के लिए जरूरी नियमों का पालन न करने वाली संस्थाओं, अधिकारियों से मुआवजा वसूल कर दंडित करने की मांग की गई है. डेंगू बीमारी फैलने के समय काल में नियंत्रण कार्य से जुड़े मेडिकल, पैरा मेडिकल, सफाई सहित अन्य कर्मचारियों की हड़तालों पर भी रोक लगाने की बात कही गई है.
याचिका में बताया गया कि जबलपुर सहित एमपी में डेंगू बीमारी ने विकराल रूप धारण किया है. ऐसे समय में हमेशा के उपायों के साथ ही विशेष नियंत्रण उपाय लागू करना जरूरी है. बीमारी रोकने के बीमारी रोकने के वर्तमान कानूनी नियमों के अलावा सख्तए अल्प समयावधि के विशेष नियमों को लागू करना चाहिए थाए पर राज्य सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है. याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता प्रभात यादव ने बताया कि याचिका में यह भी प्रार्थना की गई है कि इन विशेष परिस्थितियों में हर जिला स्तर पर एक एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया जाए. नगरों में बनी वार्ड कमेटियांए मोहल्ला कमेटियों को भी इस बीमारी के नियंत्रण कार्य में शामिल किया जाए. याचिका में आरोप लगाया गया है कि एमपी के शहरों में जगह-जगह जल भरा है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मध्यप्रदेश में केंद्रीय मंत्रियों की आशीर्वाद यात्राओं की शुरुआत आज से
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