लखीमपुर खीरी मामले में राकेश टिकैत ऐलान: कार्रवाई न होने तक नहीं करेंगे अंतिम संस्कार

लखीमपुर खीरी मामले में राकेश टिकैत ऐलान: कार्रवाई न होने तक नहीं करेंगे अंतिम संस्कार

प्रेषित समय :07:42:38 AM / Mon, Oct 4th, 2021

लखनऊ. यूपी के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई झड़प में आठ लोगों की मौत के बाद मामला बेहद गरमा गया है. लखीमपुर में किसान रात से धरना दे रहे हैं, इनकी मांग है कि दोषियों पर जब तक कार्रवाई नहीं हो जाती वो धरना जारी रखेंगे. इससे पहले किसान नेता राकेश टिकैत सुबह साढ़े चार बजे के करीब लखीमपुर पहुंच गए थे और उन्होंने लखीमपुर के एक गुरुद्वारे में किसानों की कमेटी के साथ बैठक की.

इस बैठक में आगे की रणनीति तय की गई. बैठक से पहले राकेश टिकैत ने केंद्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे आशीष मिश्रा पर केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की. राकेश टिकैत ने किसानों से बैठक के बाद ऐलान कर दिया है जब तक कार्रवाई नहीं होती तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे.

फिलहाल लखीमपुर में धारा 144 लगा दी गयी है, नेताओं के आने जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. वहीं जानकारी के मुताबिक इस मामले में एफआईआर दर्ज की जाएगी. एफआईआर में केंद्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा का नाम होना तय बताया जा रहा है.

दरअसल यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को लखीमपुर खीरी में आयोजित कुश्ती कार्यक्रम में आना था. डिप्टी सीएम के पहुंचने से पहले किसान, कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. किसानों का आरोप है कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे अशीष मिश्रा और उसके समर्थकों ने प्रदर्शन कर रहे किसानों पर गाड़ियां चढ़ा दीं.  इससे बाद गुस्साए किसानों ने 2   SUV कार को आग के हवाले कर दिया. इस पूरे मामले में अब तक कई लोगों की मौत हो गई है. हिंसा की खबर के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी अपना लखीमपुर दौरा रद्द कर दिया.

घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भरोसा दिलाया है कि  दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. सीएम योगी ने ट्विटर पर लिखा, घटना दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है, हम तह तक जाएंगे और हिंसा में शामिल सभी को बेनकाब करेंगे, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. लखीमपुर हिंसा पर योगी सरकार ने बड़ी बैठक भी की. ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बैठक में घटना की पूरी जानकारी दी.

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निजी आवास के बाहर भारी संख्या में पुलिस और PAC तैनात है. आज अखिलेश का लखीमपुर खीरी जाने का कार्यक्रम है लेकिन प्रशासन ने अखिलेश यादव के निजी आवास के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई. वहीं बीएसपी महासचिव सतीश मिश्रा ने भी आधी रात के करीब घर से निकलने की कोशिश की, लेकिन उन्हें घर से ही नहीं निकलने दिया गया. उनके घर के बाहर पुलिस का पहरा लगाकर उन्हें घर में ही नजरबंद कर दिया गया. आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को भी लखीमपुर जाने से रोका गया. संजय सिंह को लखीमपुर जाते समय सीतापुर में रास्ते मे रोका गया. चंद्रशेखर आजाद 'रावण' को सीतापुर में अरेस्ट कर वापस लखनऊ भेजा गया.

लखनऊ से लखीमपुर जा रही प्रियंका को कई घंटे की आंखमिचौली के बाद सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया है. लखीमपुर जाने की कोशिश में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और यूपी पुलिस के बीच रात भर लुका छुपी का खेल चलता रहा. आधी रात के करीब प्रियंका गांधी जैसे ही लखनऊ के अपने घर से निकलीं उनकी लखनऊ पुलिस से नोकझोंक हो गई. प्रियंका को रोकने पहुंची पुलिस से प्रियंका ने सवाल पूछा कि उन्हें किसके आदेश से रोका जा रहा है, उनके पास आदेश कहां है, ऑर्डर ना मिलने पर प्रियंका पैदल ही चल पड़ीं.

प्रियंका गांधी घर से निकलीं तो उनके काफिले को लखनऊ से निकलते ही इटौंजा इलाके में पुलिस ने रोकने की कोशिश की, सड़क पर ट्रक खड़े कर गाड़ियां लगाकर रोका गया, उनका सुरक्षा काफिला तो वहां रुक गया लेकिन प्रियंका की गाड़ी पुलिस को चकमा देते हुए आगे निकल गईं. प्रियंका को फिर सीतापुर में टोल पर रोकने की घेराबंदी पुलिस ने की लेकिन यहां भी प्रियंका पुलिस को चकमा देकर बिना किसी दूसरे रूट से निकल गईं. रात भर पुलिस और प्रियंका के बीच लुका छिपी का ये खेल चलता रहा लेकिन घंटों की लुकाछिपी के बाद आखिर उन्हे सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया है.

इस मामले में केंद्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा का कहना है कि किसानों के रूप में उपद्रवी तत्वों ने पूरा हंगामा किया. उन्होंने कहा, किसानों के बीच छुपे हुए कुछ उपद्रवी तत्वों ने उनकी (भाजपा कार्यकर्ताओं) गाड़ियों पर पथराव किया, लाठी-डंडे से वार करने शुरू किए. फिर उन्हें खींचकर लाठी-डंडों और तलवारों से मारा पीटा, इसके वीडियो भी हमारे पास हैं.

अजय मिश्रा ने कहा, उन्होंने गाड़ियों को सड़क से नीचे खाई में धक्का दिया. उन्होंने गाड़ियों में आग लगाई, तोड़फोड़ की. मेरा बेटा कार्यक्रम खत्म होने तक वहीं (कार्यक्रम स्थल) था, उन्होंने जिस तरह से  घटनाएं की हैं अगर मेरा बेटा वहां(घटनास्थल पर) होता तो वो उसकी भी पीटकर हत्या कर देते. हमारे कार्यकर्ताओं की दुखद मृत्यु हुई है. हमारे तीन कार्यकर्ता और ड्राइवर मारा गया है. हम इसके खिलाफ एफआईआर कराएंगे, इसमें शामिल सभी लोगों पर धारा 302 का केस लगाया जाएगा.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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