नजरिया. राजनीति में समय बदलते देर नहीं लगती है, लेकिन वे नेता कामयाब रहते हैं, जो बदलते समय के साथ अपने आप को बदल लेते हैं, जो नेता समय को ही बार-बार बदलने की कोशिश करते हैं, वे अक्सर मात खा जाते हैं?
पंजाब में ही नहीं, पूरे देश में कैप्टन अमरिंदर सिंह की एक अलग पहचान रही है, लेकिन उनका सियासी समय बदल चुका है, हालांकि वे पूरी ताकत के साथ एक बार फिर पंजाब विधानसभा चुनाव के मैदान में उतरने को तैयार हैं, परन्तु सफलता कितनी मिलेगी, यह बहुत बड़ा सवाल है?
उन्होंने कई ट्वीट करके अपने राजनीतिक वर्तमान, भूत और भविष्य की झलक दिखाई है!
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लिखा.... पंजाब के भविष्य की लड़ाई जारी है, मैं जल्द ही अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान करूंगा जो पंजाब, उसके लोगों और किसानों के और किसानों के हितों के लिए काम करेगी, जो एक साल से भी ज्यादा समय से अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
अगर किसानों के हित में किसान आंदोलन का हल निकाला जाता है तो 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए सिटिंग अरेंजमेंट को लेकर उम्मीद की जा सकती है.
इसके साथ ही सिद्धू का नाम लिए बगैर निशाना साधा- जब तक मैं अपने लोगों और अपने राज्य का भविष्य सुरक्षित नहीं कर लेता, तब तक मैं चैन से नहीं बैठूंगा, पंजाब को राजनीतिक स्थिरता के साथ-साथ आंतरिक और बाहरी खतरों से सुरक्षा की जरूरत है, मैं अपने लोगों से वादा करता हूं कि दांव पर लगी इसकी शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जो कुछ भी करना होगा, वो करूंगा!
यकीनन, कैप्टन अमरिंदर सिंह की इस उम्र में भी सक्रियता और प्रयास प्रशंसनीय हैं, लेकिन इसे परिणाम में बदलना आसान नहीं है, क्योंकि उन्हें जो कुछ भी करना है, अपने दम पर करना होगा, बीजेपी तो खूद उनका सहारा तलाश रही है?
किसान आंदोलन ने पीएम मोदी को उलझा दिया है और कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को सियासी किनारे लगा दिया है, लिहाजा यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों मिलकर एक-दूसरे के लिए कुछ कर भी पाते हैं या नहीं!
https://twitter.com/capt_amarinder
Loading...Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-
पार्टी नेता अब सिद्धू की तरह ही करने लगे हैं कॉमेडी: कैप्टन अमरिंदर सिंह
खैबर पख्तूख्वा में TTP आतंकियों का हमला, पाकिस्तान आर्मी के कैप्टन की मौत
अभिमनोजः क्या कैप्टन अमरिंदर सिंह के दम पर पंजाब में फिर से बीजेपी के अच्छे दिन आएंगे?
Leave a Reply