सरपंच के भाई का सिर 24 घंटे बाद डेढ़ किमी दूर मिट्टी में दबा मिला, जबलपुर में सिर को काट ले गए थे हत्यारे

सरपंच के भाई का सिर 24 घंटे बाद डेढ़ किमी दूर मिट्टी में दबा मिला, जबलपुर में सिर को काट ले गए थे हत्यारे

प्रेषित समय :21:23:03 PM / Tue, Nov 30th, 2021

जबलपुर. मध्य प्रदेश के जबलपुर के तिलवारा थाना क्षेत्र के परासिया झिरी गांव में सरपंच के चचेरे भाई कुसराम (60) की जघन्य हत्या मामले में पुलिस को 24 घंटे बाद सफलता मिली है. पुलिस मृतक का सिर ढूंढने में सफल रही. घटनास्थल से डेढ़ किमी दूर पुराने शमशान घाट की मिट्टी में सिर गड़ा मिला. सिर के बाल व कान दिख रहे थे. वहां से डॉग स्क्वॉड भी घटनास्थल तक पहुंच गया. पुलिस ने गांव के कुछ लोगों को पूछताछ के लिए उठाया है.

तिलवारा थाना प्रभारी डीएसपी राहुल सिंह सैयाम के मुताबिक परासिया झिरी गांव से डेढ़ किमी दूर नया गांव में एक गौशाला निर्माणाधीन है. गौशाला के पास पुराना शमशान घाट है. वर्तमान में शमशान घाट के चारों ओर फेंसिंग कर दी गई है. अंदर झाड़-झंखाड़ उग आया है. इसी शमशानघाट में हत्यारे ने मिट्?टी के अंदर आधे सिर को दबा रखा था. तिलवारा पुलिस 29 नवंबर से ही सिर की तलाश में जुटी थी. पुलिस ने कुछ संदेहियों को हिरासत में लिया है. उनसे भी पूछताछ जारी है.

01 दिसंबर को होगा पीएम

सिर गायब होने की वजह से धड़ का पीएम मंगलवार 30 नवंबर को नहीं हो पाया. अब बुधवार को धड़ सहित सिर का पीएम होगा. तब मालूम हो पाएगा कि एक ही धारदार हथियार से सिर को धड़ से अलग किया गया था. पूरे गांव में पुलिस की मुस्तैदी बनी रही. पुलिस एक-एक व्यक्ति से पूछताछ में जुटी है.

समधी को पुलिस ने हिरासत में लिया

तिलवारा पुलिस ने इस मामले में झिरी निवासी रामदयाल कुसराम को हिरासत में लिया है. रामदयाल रिश्ते में गया प्रसाद कुसराम का समधी लगता है. गया प्रसाद की बेटी शारदा की शादी रामदयाल के बेटे संग हुई है. बताते हैं कि सुबह उसने खेत में लाश देख ली थी, लेकिन किसी को बताया नहीं था. पुलिस उससे पूछताछ में जुटी है.

यह है पूरा मामला

परासिया झिरी गांव के सरपंच रामसिंह कुसराम के चचेरे भाई गया प्रसाद कुसराम की गांव से डेढ़ किमी दूर खेत में किसी ने गर्दन काट कर सिर गायब कर दिया था. गया प्रसाद का शव दोपहर में परिजनों ने देख कर पुलिस को खबर की थी. गया प्रसाद का रक्त रंजित धड़ पड़ा था. 60 वर्षीय गया प्रसाद रोज रात में आठ बजे गेहूं व चना के खेत की रखवाली करने जाते थे और अगली दोपहर फिर खाना खाने घर जाते थे. परिवार में पत्नी कूराबाई, बेटा दीपचंद और बहू हैं. बड़े बेटे देवी सिंह कुसराम की दो साल पहले एक्सीडेंट में मौत हो चुकी है. बेटी शारदा की शादी कर चुके हैं. अभी दीपचंद के कोई औलाद नहीं है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

जबलपुर में ढाई माह पहले लापता हुआ व्यक्ति खेत में कंकाल के रुप में मिला..!

जबलपुर में सूदखोरों का कहर: 30 हजार के 1.22 लाख वापस किए, मूलधन अभी भी बाकी

जबलपुर में डम्पर में फंसकर घिसटती गई महिला, मची चीख पुकार, मौत

Leave a Reply