न्यूयार्क. पेंटागन के एक अधिकारी ने कहा कि अफगानिस्तान में किए गए असफल हमले के लिए किसी भी अमेरिकी सैनिकों को दंडित नहीं किया जाएगा, जिसमें बच्चों सहित 10 नागरिक मारे गए थे. सेना ने शुरू में काबुल में किए गए इस ड्रोन हमले का बचाव किया लेकिन अंत में इसे एक दुखद गलती करार दिया.
अगस्त महीने के अंत में काबुल हवाईअड्डे पर हुए आत्मघाती धमाके के कुछ ही दिनों बाद अमेरिका ने ‘आईएसआईएस-के’ के आतंकवादियों को निशाना बनाते हुए ड्रोन हमले किए थे. इस हमले में 7 बच्चों समेत 10 नागरिकों की मौत हुई थी. इस हमले के बाद अमेरिका के एक शीर्ष सैन्य कमांडर ने इस हमले को ‘गलती’ के रूप में स्वीकार किया था.
क्यों किया था अमेरिका ने हमला?
इस्लामिक स्टेट ने अफगानिस्तान के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर हमला किया था जिसमें अमेरिका के 13 सैनिक मारे गए थे और 100 से अधिक नागरिकों ने जान गंवाई थी. साथ ही खुफिया अधिकारियों ने एक और आसन्न हमले का संकेत दिया था. इसी के बाद अमेरिका ने बदले की कार्रवाई के रूप में काबुल में आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए ड्रोन अटैक किए थे.
हमले के बाद अमेरिका के मध्य कमान के कमांडर जनरल फ्रैंक मैक्केंजी ने कहा था कि अमेरिकी हमले में सात बच्चों समेत 10 नागरिक उस ड्रोन हमले में मारे गए, जो दुखद है. इसी के साथ यह भी स्पष्ट हो गया था कि आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवांत-खुरासन (आईएसआईएस-के) के किसी आतंकी की मौत नहीं हुई थी.
जनरल फ्रैंक मैक्केंजी ने कहा था, ‘यह गलती थी और मैं माफी मांगता हूं. कमांडर होने के नाते मैं इस हमले और इसके दुखद परिणाम के लिए पूरी तरह जिम्मेदार हूं. साथ ही हम यह मानते हैं कि क्षतिग्रस्त हुआ वाहन और मारे गए लोगों का आईएसआईएस-के से संबंध होने या अमेरिकी सेना के लिए प्रत्यक्ष रूप से खतरा होने की आशंका नहीं थी. मैं इस हमले में मारे गए लोगों के परिवार और दोस्तों के प्रति शोक व्यक्त करता हूं.’
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-अफगानिस्तान के तालिबान ने महिलाओं के लिए जबरन विवाह को गैरकानूनी घोषित किया
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