काठमांडू. नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की राजनीतिक पावर अब और ज्यादा बढ़ गई है. उन्होंने नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष का चुनाव जीत लिया है. देउबा को 4,623 में से 2,733 वोट मिले हैं. हालांकि इलेक्टोरल बॉडी ने अभी तक आधिकारिक तौर पर नतीजों की घोषणा नहीं की है. लेकिन देउबा को पार्टी अध्यक्ष के रूप में दूसरे कार्यकाल के लिए चुना गया है. उन्होंने डॉ. शेखर कोइराला को मात दी है. बाकी बचे उम्मीदवरों ने दूसरे चरण में ही हार स्वीकार कर ली थी. देउबा और कोइराला के अलावा प्रकाश मान सिंह, बिमलेंद्र निधि और कल्याण गुरुंग उम्मीदवार थे.
पहले दौर में देउबा समेत पांच उम्मीदवारों में से किसी को भी डाले गए कुल मतों का 50 फीसद से अधिक नहीं मिला था. जिसके बाद नेपाली कांग्रेस के प्रतिनिधियों ने पार्टी अध्यक्ष का चुनाव करने के लिए मंगलवार को दूसरी बार मतदान किया. सोमवार को हुए मतदान में कुल 4,743 योग्य मतदाताओं में से 4,679 वैध वोट डाले गए थे और 76 मतों को अवैध घोषित कर दिया गया था. इनमें प्रधानमंत्री और नेपाली कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष देउबा और शेखर कोइराला को क्रमश: 2,258 और 1,702 वोट मिले थे.
इससे पहले देउबा पार्टी के चुनाव में पहले नंबर पर आए थे, लेकिन वह अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं जीत पाए क्योंकि उन्हें पार्टी के 14वें आम अधिवेशन के दौरान डाले गए कुल वोटों के 50 फीसदी से अधिक नहीं मिले थे. पार्टी के नियमों के मुताबिक, पार्टी का अध्यक्ष बनने के लिए उम्मीदवार को 50 फीसदी से अधिक वोट प्राप्त करने होते हैं. अगर ऐसा नहीं होता है तो पहले और दूसरे चरण के मतदान में सर्वाधिक वोट पाने वाले उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होता है.
देउबा नेपाल में चार बार प्रधानमंत्री रह चुके हैं. उन्हें भारत समर्थक माना जाता है. वह 2017 में जब प्रधानमंत्री बने थे, तब उन्होंने दिल्ली आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. वह भारत संग आर्थिक रिश्तों और मधेशियों के मामले में भी नरम रवैया रखने के लिए जाने जाते हैं. बता दें नेपाली कांग्रेस के प्रतिनिधियों ने अगले चार साल के लिए सत्तारूढ़ दल के नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए मतदान किया था. जिसमें देउबा को जीत मिली है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-आधी रात को पीएम मोदी ने किया बनारस रेलवे स्टेशन का निरीक्षण, काशी विश्वनाथ मंदिर भी पहुंचे
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