नजरिया. अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी और शिवपाल यादव के नेतृत्व वाली प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन हो गया है.
अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल यादव से मुलाकात के बाद यह जानकारी दी, उन्होंने ट्विटर पर लिखा- प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से मुलाक़ात हुई और गठबंधन की बात तय हुई, क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की नीति सपा को निरंतर मजबूत कर रही है और सपा और अन्य सहयोगियों को ऐतिहासिक जीत की ओर ले जा रही है.
उल्लेखनीय है कि 2017 के चुनाव के बाद दो टुकड़ों में बंट गया था मुलायम परिवार, जिसके नतीजे में समाजवादी मतदाता उलझन में थे.
इस गठबंधन के बाद समाजवादी वोटों का बिखराव रूकेगा और यदि ऐसा होता है, तो कुछ सीटों पर जहां सपा कांटे की टक्कर में है, सपा को फायदा होगा.
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यदि पिछले विधानसभा चुनाव के सापेक्ष इस बार बीजेपी के वोटों में पांच से सात प्रतिशत वोटों में कमी हुई, तो बीजेपी के लिए स्पष्ट बहुमत हांसिल करना मुश्किल होगा?
याद रहे, इनदिनों जो सर्वे आ रहे हैं, उनमें बीजेपी बहुमत के करीब तो है, लेकिन पिछली बार की तरह एकतरफा कामयाबी नहीं है!
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से मुलाक़ात हुई और गठबंधन की बात तय हुई।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 16, 2021
क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की नीति सपा को निरंतर मजबूत कर रही है और सपा और अन्य सहयोगियों को ऐतिहासिक जीत की ओर ले जा रही है। #बाइस_में_बाइसिकल pic.twitter.com/x3k5wWX09A
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