भिवानी. हरियाणा प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने प्रदेश के एक भी बच्चे का नियम 134-ए यानि RTE के तहत दाख़िला नहीं करने का बड़ा ऐलान किया है. एसोसिएशन का कहना है कि जब तक सरकार 134-ए का बीते 6 साल का बक़ाया पैसा नहीं देगी, तब तक वो एक भी दाख़िला नहीं करेंगे. आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों का फ्री दाख़िले के लिए नियम 134-ए के तहत हर निजी स्कूल में 20 फीसदी कोटा निर्धारित है. इन बच्चों की फीस सरकार स्कूलों को देती है, जिसको लेकर हर साल बच्चों की परीक्षा ली जाती है.
इस बार हरियाणा में 204154 सीटों के लिए महज 64243 बच्चों ने 5 दिसंबर को परीक्षा दी. इतने कम बच्चों द्वारा परीक्षा देने के बाद भी प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन एक भी बच्चे का दाख़िला ना करने को कह रही है.
एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रामऔतार शर्मा ने प्रेसवार्ता कर कहा कि सरकार पिछले 6 सालों से सरकार ने स्कूलों को पैसा जारी नहीं किया है. यहां तक की 9वीं कक्षा से 12वीं तक के बच्चों का तो पैसा भी निर्धारित नहीं किया है. ऐसे में जब तक सरकार प्राइवेट स्कूलों को पैसा जारी नहीं करती, तब तक पूरे प्रदेश में किसा भी स्कूल में एक भी बच्चे का दाख़िला नहीं किया जाएगा.
रामऔतार शर्मा ने कहा कि ये हमारा सरकार पर दबाव नहीं, बलकि बिना पैसे के हम दाख़िला ना करने के लिए मजबूर हैं. यही नहीं, ने कहा कि नियम 134-ए के तहत 80 फीसदी दाख़िले फ़र्ज़ी होते हैं. गरीब के नाम पर पैसे वाले लोग भी अपने बच्चों का 134-ए के तहत दाख़िला करवाते हैं. ऐसे लोगों पर लगाम लगाने के लिए उन्होने जिला स्तर पर जिला शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में कमेटी बनाने की मांग की.
अध्यक्ष ने कहा कि ऐसे लोगों की वो अपनी एसोसिएशन के तौर पर पहचान करवाएंगे और डीसी को शिकायत देकर ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ FIR दर्ज करवाएंगे. नियम 134-ए के तहत दाख़िले करने को लेकर हरियाणा प्राइवेट स्कूल एसोशिएशन हर साल बवाल करती है और सरकार व शिक्षा मंत्री के आश्वासन पर मान जाती है. पर इस बार एसोसिएशन कड़ा रुख अपनाए हुए है.
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