एमपी की IAS अधिकारी ने पिता से कन्यादान कराने से किया इनकार, बोली- मैं दान की चीज नहीं, आपकी बेटी हूं

एमपी की IAS अधिकारी ने पिता से कन्यादान कराने से किया इनकार, बोली- मैं दान की चीज नहीं, आपकी बेटी हूं

प्रेषित समय :13:42:31 PM / Sat, Dec 18th, 2021

नरसिंहपुर. मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में हुई एक आईएएस और आईएफएस अफसर की शादी इन दिनों काफी सुर्खियों में हैं. महिला IAS अफसर तपस्या परिहार ने हाल ही में IFS अधिकारी गर्वित गंगवार से शादी की है. हालांकि, दोनों की 6 महीने पहले कोर्ट मैरिज हो गई थी. खास बात ये है कि IAS अफसर लड़की ने शादी में एक मिसाल पेश की और कन्यादान कराने से इनकार कर दिया. उन्होंने अपने पिता से एक ऐसी अपील की है कि मैं दान की चीज नहीं हूं, आपकी बेटी हूं. ट्रेनिंग पीरियड के दौरान दोनों की मुलाकात हुई और एक-दूसरे को पसंद करने लगे.तपस्या परिहार ने UPSC की परीक्षा में 23वीं रैंक हासिल की है.

दरअसल, ये शादी नरसिंहपुर जिले के जोवा गांव की है. इस शादी में दोनों पक्षों के रिश्तेदार और परिचित शामिल हुए. वहीं शादी के दौरान तपस्या ने अपने पिता से ये कहकर कन्यादान की रस्म करवाने से इंकार कर दिया कि मैं तो आपकी बेटी हूं और हमेशा रहूंगी, लेकिन बेटी की ये बात सुनकर हर कोई खुश हो गया. तपस्या का बचपन ज्वाइंट फैमिली में बहुत लाड़-प्यार में बीता. परिवार वालों का कहना था कि बेटी हमेशा पूरे परिवार से प्यार करती आई है. घरवालों को खुशी का ख्याल रखती है. फिलहाल उसकी खुशी ही हमारी खुशी है.

बता दें कि हिंदू संस्कृति में कन्यादान का विशेष महत्व है पर नरसिंहपुर जिले में पैदा हुई तपस्या परिहार ने सारे बंधनों को तोड़ते हुए अपनी शादी में कन्यादान की रस्म को नहीं होने दिया, जिसकी वजह से यह शादी चर्चा में है. आईएएस अधिकारी तपस्या का कहना है कि बचपन से ही उनके मन में समाज की इस विचारधारा को लेकर लगता था कि कैसे कोई मेरा कन्यादान कर सकता है, वो भी मेरी इच्छा के बगैर. यही बात धीरे-धीरे मैंने मैं अपने परिवार से चर्चा की और इस बात को लेकर परिवार के लोग भी मान गए. फिर वर पक्ष को भी इसके लिए राजी किया और बिना कन्यादान दिए शादी हो गई.

गौरतलब है कि तपस्या परिहार साल 2018 बैच की आईएएस अधिकारी है. उनका जन्म मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के जोवा गांव में हुआ है. नरसिंहपुर के केंद्रीय विद्यालय से तपस्या परिहार ने स्कूली पढ़ाई पूरी की है. इसके बाद पुणे स्थित इंडिया लॉ सोसाइटीज कॉलेज से उन्होंने कानून की पढ़ाई की. वहीं, उनके पिता विश्वास परिहार किसान हैं. UPSC की तैयारी के लिए तपस्या ने दिल्ली में रहकर ढाई साल तक की थी. दूसरी कोशिश में उन्हें सफलता हाथ लगी है. वह समाज में समानता चाहती हैं. इस दौरान उनकी शादी वैदिक मंत्रों के साथ पूरे रीति रिवाज से संपन्न हुई.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद एमपी में ओबीसी पद के लिए आरक्षित सीटों पर चुनाव स्थगित

एमपी के जबलपुर में करौंदा नाला में सिर कटा कंकाल मिलने से फैली सनसनी

एमपी उच्च न्यायालय का आदेश, होमगार्ड के जवानों को आरक्षकों के समान वेतन पूरे वर्ष भर प्रदान करें

एमपी के जबलपुर में 3 सड़क दुर्घटनाओं में 3 की मौत

एमपी में पंचायत चुनाव का मामला: सुप्रीम कोर्ट ने कहा ओबीसी के लिए आरक्षित सीटों को सामान्य सीट मानते हुए चुनाव कराएं

एमपी के जबलपुर में ही 3 सड़क दुर्घटनाओं में 3 की मौत

Leave a Reply