नई दिल्ली. सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनी एनएचपीसी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) अभय कुमार सिंह ने कहा कि कंपनी ने देश के नौ राज्यों और पड़ोसी देश नेपाल में 27,000 मेगावाट से अधिक की नई पनबिजली तथा सौर ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित करने की योजना बनाई है.
NHPC के सीएमडी अभय कुमार सिंह ने एक इंटरव्यू में बताया कि उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, केरल, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में नई क्षमताएं जोड़ी जाएंगी. उन्होंने कहा कि एनएचपीसी इन परियोजनाओं में दिलचस्पी दिखाने वाले कुछ राज्यों के साथ बातचीत भी कर रही है, जबकि दूसरे राज्यों के साथ भी इस पूरे मामले में विस्तृत चर्चा की जाएगी.
अभय कुमार सिंह ने कहा कि नेपाल ने एनएचपीसी के साथ संयुक्त उद्यम में जलविद्युत परियोजनाओं में दिलचस्पी दिखाई है. कंपनी के सीएमडी ने हाल ही में नेपाल की यात्रा के दौरान पड़ोसी देश के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा से मुलाकात भी की थी.
इन परियोजनाओं के लिए पैसों की उपलब्धता के बारे में पूछे जाने पर अभय कुमार सिंह ने कहा, ‘‘फिलहाल एनएचपीसी को 10,000 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय करने में कोई समस्या नहीं होगी. हम लगभग 3,500 करोड़ रुपये के लाभ में हैं और यह आगे बढ़कर 5,000 करोड़ रुपये हो जाएगा. इससे हमें अपना पूंजीगत खर्च बढ़ाकर 13,000 करोड़ रुपये करने में मदद मिलेगी.’’
उन्होंने कहा कि खासतौर से पूर्वोत्तर में एनएचपीसी की कुछ परियोजनाएं लंबे समय से रुकी हुई थीं, जिन्हें फिर से शुरू करने के प्रयास किए गए हैं. सरकारी बिजली कंपनी असम और अरुणाचल प्रदेश में 2,000 मेगावाट की सुबनसिरी जलविद्युत परियोजना पर अच्छी प्रगति कर रही है.
एनएचपीसी के सीएमडी ने कहा कि दिबांग में भी सभी बाधाएं खत्म हो गई हैं और 2,880 मेगावाट की बांध परियोजना जल्द ही शुरू हो जाएगी. उन्होंने कहा कि एनएचपीसी इस समय में कुल 6,000 मेगावाट क्षमता की परियोजनाओं पर काम कर रही है. इसके अलावा कंपनी की 9,000-10,000 मेगावाट की अन्य परियोजनाओं की तैयारी भी चल रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-दिल्ली में ओमिक्रोन के 10 नए मामले सामने आए, संक्रमितों की कुल संख्या 20
एक्ट्रेस आलिया भट्ट पर दर्ज होगी FIR, होम क्वारंटीन नियम तोड़ फिल्म प्रमोशन के लिए पहुंची दिल्ली
दिल्ली सरकार 1 जनवरी 2022 से 10 साल पुराने डीजल वाहनों का रजिस्ट्रेशन कैंसल करेगी कार मालिक यह करें
ब्रिटिश काल की सुरंग के बाद अब दिल्ली विधानसभा परिसर में मिला फांसी घर
Leave a Reply