नई दिल्ली. श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड खिलाड़ियों के फिटनेस पर अब कोई समझौता करने के मूड में नहीं है. अगले साल से खिलाड़ियों के लिए टीम में चयन का पैमाना और सख्त होगा. श्रीलंका बोर्ड ने इसकी गाइडलाइन जारी कर दी है. इसके तहत 2 किलोमीटर की दौड़ के लिए जो समयसीमा तय की गई थी. उसे और कम कर दिया गया है. नई गाइडलाइन के मुताबिक, अगर कोई खिलाड़ी 2 किलोमीटर दौड़ने के लिए 8.55 मिनट से अधिक समय लेता है, तो उसका टीम में सेलेक्शन नहीं होगा.
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने खिलाड़ियों की फिटनेस और दम-खम नापने के लिए यो-यो टेस्ट को हटाकर इस साल की शुरुआत में 2 किमी दौड़ का टेस्ट शुरू किया था. इस टेस्ट के तहत खिलाड़ियों को 2 किमी की दौड़ 8.35 मिनट में पूरी करनी थी. हालांकि, क्रिकेट सलाहकार समिति की गुजारिश के बाद इस समयसीमा को बढ़ाकर 8.55 मिनट कर दिया गया.
अब चयनकर्ता चाहते हैं कि श्रीलंकाई टीम की तरफ से खेलने वाले खिलाड़ी 8.10 मिनट के भीतर 2 किमी की दौड़ पूरी करें. जो लोग इस तय समयसीमा से नीचे 8.35 मिनट में यह दौड़ पूरी करते हैं तो वो सेलेक्शन के पात्र तो होंगे, लेकिन बोर्ड खिलाड़ियों के सालाना कॉन्ट्रैक्ट फीस में से कुछ हिस्सा काट लेगी.
फिटनेस को लेकर कोई समझौता नहीं: SLC
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड की सेलेक्शन कमेटी के चेयरमैन प्रमोदया विक्रमसिंघे ने कहा, “अगर कोई खिलाड़ी इस साल की शुरुआत में 2 किमी की दौड़ 8.35 मिनट में पूरी कर रहा था तो उसे अब यह दूरी 8.10 मिनट में पूरी करनी होगी. हम चाहते हैं कि खिलाड़ी अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत करें और अब हम इस मामले में किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं करेंगे.” उन्होंने आगे कहा कि बीते कुछ महीनों में खिलाड़ियों की फिटनेस में काफी सुधार आया है. लेकिन हम चाहते हैं कि खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिहाज से खुद को और मजबूत बनाएं.”
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-कोरोना वायरस का वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम पर अटैक, 3 खिलाड़ी समेत 4 संक्रमित
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