WC RAILWAY इंजीनियरिंग कार्य में बना सिरमौर, मिला रेलवे बोर्ड का दक्षता शील्ड-2021 का पुरस्कार

WC RAILWAY इंजीनियरिंग कार्य में बना सिरमौर, मिला रेलवे बोर्ड का दक्षता शील्ड-2021 का पुरस्कार

प्रेषित समय :19:40:36 PM / Fri, Dec 31st, 2021

जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे का सिविल इंजीनियरिंग विभाग पूरे भारतीय रेलवे में इंजीनियरिंग का सिरमौर (सर्वश्रेष्ठ) बना है. उसे रेलवे बोर्ड की वर्ष 2021 की दक्षता शील्ड मिली है.  रेल मंत्रालय द्वारा रेलवे बोर्ड स्तर पुरस्कारों की घोषणा कोरोना प्रोटोकॉल का अनुशरण करते हुए कोई कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया.

रेलवे बोर्ड स्तर का 66 वें वार्षिक रेलवे राष्ट्रीय पुरस्कार, 2021 के घोषित पुरस्कारों में पश्चिम मध्य रेल के सिविल इंजीनियरिंग विभाग को मिला. रेलवे बोर्ड स्तर की दक्षता शील्ड मिलने से पश्चिम मध्य रेल महाप्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता के कुशल मार्गदर्शन एवं प्रमुख मुख्य इंजीनियर के नेतृत्व में इंजीनियरिंग विभाग द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्य के कारण प्राप्त हुआ है. रेलवे बोर्ड स्तर का पुरस्कार प्राप्त कर पश्चिम मध्य को न केवल गौरवांवित किया, बल्कि एक नया आयाम प्राप्त किया है. महाप्रबंधक ने जबलपुर, भोपाल एवं कोटा के साथ-साथ सीआरडब्लूएस भोपाल एवं डब्ल्यूआरएस कोटा कारखानों के इंजीनियरिंग विभाग को अच्छे कार्य करने के लिए बधाई दी.

इंजीनियरिंग विभाग की यह रही विशेष उपलब्धि

वर्ष 2020-21 में पश्चिम मध्य रेल के इंजीनिरिंग विभाग द्वारा कई महत्वपूर्ण कार्य किये. जिसमें से ट्रैक और ब्रिजों पर प्रमुख कार्य किये गए. भोपाल मण्डल के 233 रूट किमी और कोटा मण्डल के 545 रूट किमी ट्रैक की गतिशीलता में वृद्धि करते हुए रेलखण्डों की गति 130 केएमपीएच हुई. इस प्रकार पमरे मे कुल मेनलाइन 874 किमी ट्रैक की गतिशीलता में कार्य करते हुए 156 मिनिट समय की बचत करके समयपालनता में सुधार हुआ है. इसके साथ लूप लाइन एवं पीएसआर रिमूवल-रिलेक्सेशन का कार्य भी किया गया है. जबलपुर मण्डल के मेहगांव, ननवारा एवं उचेहरा स्टेशनों के यार्ड रिमॉडलिंग कार्य करते हुए ट्रैक की गति में वृद्धि की गई. पमरे के तीनों मण्डलों पर न्यू लाइन (14 किमी), दोहरीकरण (26 किमी) एवं तिहरीकरण (55 किमी) का कार्य में भी इंजीनियरिंग विभाग द्वारा महत्वपूर्ण कार्य किया गया है.

वर्ष 2020-21 में पश्चिम मध्य रेल के तीनों मण्डलों पर इंजीनियरिंग विभाग द्वारा ब्रिजों का भी महत्वपूर्ण कार्य किये गये हैं. जिसमें 35 लोअर हाइट सबवे, 43 लेवल क्रोसिंग गेट, 15 रोड ओवर ब्रिज एवं 31 रेलवे ब्रिजों का कार्य किया गया. 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक वीके त्रिपाठी बने रेलवे बोर्ड चेयरमैन, सुनीत शर्मा रिटायर

झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदला, होगा वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन

जबलपुर में रेलवे अधिकारी के घर अनोखे तरीके से लाखों रुपए की चोरी: इंटरलॉक को आग लगाकर घर में घुसे चोर

रेलवे में निकली हैं नौकरियां, 10वीं,12वीं और ग्रेजुएशन पास करें आवेदन

रेलवे ने निकाली स्पोर्ट्स पर्सन की नौकरियां

WCR के कटनी विद्युत लोको शेड ने बनाया बैटरी और बिजली से चलने वाला रेल इंजन, रेलवे बोर्ड से मिला अवार्ड

Leave a Reply