जबलपुर. पश्चिम मध्य रेल द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए सराहनीय प्रयास किया जा रहा है. इसी दिशा में उल्लेखनीय कार्य करते हुए विघुत लोको शेड, न्यू कटनी जंक्शन द्वारा शंटिंग का कार्य करने हेतु अपनी तरह का पहला बैटरी और ओएचई (बिजली) चलित ड्यूल मोड़ शंटिंग लोकोमोटिव इंजन का निर्माण किया गया है.
सीपीआरओ राहुल जयपुरियार के मुताबिक ओएचई (बिजली) चलित ड्यूल मोड़ शंटिंग लोकोमोटिव इंजन के डिजाइन को रेलवे बोर्ड द्वारा अवॉर्ड दिया गया है. इस बैटरी और ओएचई चलित ड्यूल मोड़ शंटिंग लोकों को जबलपुर, कटनी, कटनी मुड़वारा और अन्य बड़े स्टेशनों पर रेल गाड़ियों की शंटिंग में उपयोग में किया जा रहा है. यह पूरी तरह से डीजल रहित लोको है.
यह ड्यूल मोड़ शंटिंग लोको पश्चिम मध्य रेल के शत प्रतिशत इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए वरदान साबित हो रहा है. इसके साथ ही अभी हाल में ही नई दिल्ली में आयोजित आईआरईई-2021 प्रदर्शनी में इस बैटरी और ओएचई चलित ड्यूल मोड़ लोकोमोटिव नवदूत के डिजाइन को अन्य जोनल रेलवे द्वारा भी खूब सराहना मिली. विशेषकर दक्षिण रेलवे द्वारा इसकी अलग से तारीफ की गई और डिजाइन की मांग भी की गई.
WAG-5 इलेक्ट्रिक और बैटरी चलित ड्यूल मोड़ शंटिंग लोकोमोटिव पूरी तरह इलेक्ट्रिक और बैटरी ड्यूल मोड़ शंटिंग लोकोमोटिव है. 25 केवी एसी ओएचई के तहत दो मोड यानी ओएचई मोड में संचालित होता है,और 25 केवी ओएचई उपलब्ध नहीं होने पर ट्रैक्शन बैटरी, बैटरी मोड चार्ज करेगा. 25 केवी ओएचई के तहत, 4 ट्रैक्शन मोटर के साथ लोको काम करता है. ट्रैक्शन मोटर्स कर्षण बैटरी से 110 डीसी वोल्टेज के साथ काम करेगी.
इस लोकोमोटिव की ओएचई मोड़ में अधिकतम गति 35 किमी/घंटा और बैटरी मोड़ में 15 किमी/घंटा है. अतिरिक्त सुरक्षा के लिए कर्षण बैटरी को ओवरलोडिंग एवं ओवरचार्जिंग की सुविधा प्रदान की गई है. दोनों कैब में ड्राइवर के डेस्क पर तापमान रीडिंग के लिए बैटरी बैंक के तापमान की निगरानी के लिए उपयुक्त तापमान सेंसर रहता है. ड्यूल मोड शंटिंग गुड्स यार्ड, साइडिंग और शंटिंग ऑपरेशन में लास्ट माइल ऑपरेशन में बेहतर परिचालन सुगमता प्रदान करता है जो गैर-विघुतीकृत, वायु और ध्वनि प्रदूषण से मुक्त है. पश्चिम मध्य रेल नई तकनीक के सुविधाओं को उपयोग करने में आगे बढ़ रहा है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी में शीतलहर का कहर: 16 से ज्यादा जिलों में तापमान पहुंचा 5 डिग्री से नीचे
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