पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर का ग्वारीघाट स्थित मुक्तिधाम जहां पर अंतिम संस्कार के लिए जाने वाले लोगों को उनके परिजन का मृत्यु प्रमाण उसी हालात में मिलता है, जब वे शमशान घाट के संचालक कल्लूपुरी गोस्वामी से लकड़ी खरीदते है, वह भी उनके मनमाने रेट पर, यदि कोई व्यक्ति कहीं और से लकड़ी खरीदकर लाता है तो उसे सार्टिफिकेट तब तक नहीं दिया जाता है जब तक रुपया नहीं दिया जाता है. इस मामले को लेकर अब लोगों में आक्रोश व्याप्त है.
बताया जाता है कि ग्वारीघाट मुक्तिधाम जो नर्मदा तट का किनारे है, इसलिए लोगों की यही इच्छा होती है कि मृतक का अंतिम संस्कार यहां पर हो, परिजन भी अंतिम संस्कार के लिए यहां पर आते है, कहने के लिए तो नगर निगम व जिला प्रशासन द्वारा हर जरुरी इंतजाम किए है ताकि लोगों को भटकना न पड़े, लेकिन मुक्तिधाम का संचालक कर रहे कल्लूपुरी गोस्वामी की मनमानी के चलते गरीब तबके के लोग परेशान हो रहे है, क्योंकि कल्लूपुरी गोस्वामी द्वारा अंतिम संस्कार के बाद मृत्यु प्रमाणपत्र दिया जाता है लेकिन वे उन्ही लोगों को मृत्यु प्रमाणपत्र देते है जो इनके यहां से लकड़ी खरीदते है, यदि लकड़ी न खरीदी जाए तो प्रमाण पत्र नहीं दिया जाता है, या फिर प्रमाणपत्र के लिए अतिरिक्त रुपया दो तो ही प्रमाण पत्र दिया जाएगा. ऐसा ही एक मामला सामने आया है जब एक पीडि़त ने मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया, लेकिन लकड़ी उन्हे एक संस्था द्वारा मुहैया कराई गई, अंतिम संस्कार के दो दिन बाद जब वे अस्थि संचय के लिए पहुंचे और कल्लूपुरी गोस्वामी से मृत्यु प्रमाणपत्र की मांग की तो साफ मना कर दिया गया, कल्लपुरी गोस्वामी ने कहा कि जहां से लकड़ी ली है वही से सार्टिफिकेट भी प्राप्त कर लो, ग्वारीघाट मुक्तिधाम में चल रही संचालक कल्लूपुरी गोस्वामी की मनमानी अब चर्चा का विषय बनती जा रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर आकाशवाणी केन्द्र में कर्मचारी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, कर्ज से रहा परेशान
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