एमपी के जबलपुर में राशन दुकान का अनाज पुलिस ने घर से पकड़ा, अब खाद्य विभाग की टीम मामले को खुर्द-बुर्द करने में जुटी, 17 दिन बाद भी प्रकरण नहीं हुआ दर्ज

एमपी के जबलपुर में राशन दुकान का अनाज पुलिस ने घर से पकड़ा, अब खाद्य विभाग की टीम मामले को खुर्द-बुर्द करने में जुटी, 17 दिन बाद भी प्रकरण नहीं हुआ दर्ज

प्रेषित समय :18:59:31 PM / Tue, Jan 11th, 2022

पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में शासन द्वारा गरीबों को दिए जाने वाले अनाज की कालाबाजारी में राशन दुकान संचालक से लेकर खाद्य विभाग के अधिकारी तक लिप्त है, इन सबकी सांठ-गांठ से अनाज गरीबों तक नहीं पहुंच पा रहा है, हाल ही में एक मामला सामने आया है, क्राइम ब्रांच की टीम ने सरस्वति कालोनी में गब्बर यादव व कत्तू यादव के घर पर उतर रहा राशन दुकान का अनाज पकड़ा और कोतवाली पुलिस को कार्यवाही करने के लिए सौंप दिया. 17 दिन से पुलिस इंतजार कर रही है कि खाद्य विभाग द्वारा प्रतिवेदन दिया जाए तो प्रकरण दर्ज हो लेकिन चर्चा यह है कि खाद्य विभाग के अधिकारी कार्यवाही करने का प्रतिवेदन देने के बजाय मामले को खुर्द-बुर्द करने में जुटे है, अधिकारी मामले को कैसे निपटाए इस जुगाड़ में लगे है.

बताया जाता है कि कृषि उपज मंडी स्थित वेयर हाउस से 25 दिसम्बर 2021 को मिनीट्रक में 20 बोरी गेंहू व चावल लेकर  चालक गब्बर व गट्टू यादव रामपुर स्थित राशन दुकान के लिए रवाना हुए, जो राशन दुकान न पहुंचकर सरस्वति कालोनी स्थित घर पहुंच गए, जहां पर मिनीट्रक से अनाज अनाज अनलोड कर रहे थे, तभी क्राइम ब्रांच की टीम के एएसआई धनन्जयसिंह, मोहित उपाध्याय सहित अन्य पुलिस कर्मी पहुंच गए, जिन्होने सारा अनाज, तौल कांटा बरामद कर लिया, उक्त अनाज की बोरियों में स्टेट सिविल सप्लाई कारपोरेशन लिमिटेड भारत सरकार के सौजन्य से लिखा था. शासन द्वारा गरीबों को वितरित किए जाने वाले अनाज व मिनीट्रक को क्राइम ब्रांच की टीम ने कोतवाली थाना पुलिस को सौंप दिया, इसके बाद खाद्य विभाग की टीम को सूचना दी गई, अधिकारी पहुंचे तो लेकिन कार्यवाही नहीं हुई अनाज वेयर हाउस वापस पहुंचा दिया गया, मिनी ट्रक थाना में खड़ा दिया गया, इसके बाद कोतवाली पुलिस इंतजार कर रही है कि खाद्य विभाग द्वारा प्रतिवेदन दिया जाए तो गब्बर यादव गट्टू यादव पर प्रकरण दर्ज किया जाए लेकिन खाद्य विभाग के अधिकारी कार्यवाही का प्रतिवेदन देने के बजाय मामले को खुर्द बुर्द करने में जुटे है, क्योंकि जब तक प्रतिवेदन नहीं दिया जाएगा तो कार्यवाही नहीं होगी, जिसके चलते अधिकारियों द्वारा मामले में सांठ-गांठ करके मामले को दबाया जा रहा है, आज 17 दिन बीतने के बाद भी मामले में कार्यवाही नहीं की गई.

चर्चा इस बात की भी है कि उक्त कार्यवाही को रोकने के लिए सत्ताधारी दल के नेताओं का भी दबाव है जिसके चलते पूरे मामले को खुर्द-बुर्द करने की कोशिशे जारी है. गौरतलब है कि वेयर हाउस से गरीबों को वितरित किए जाने के लिए गेंहू, चांवल सहित अन्य अनाज राशन दुकानों के लिए रवाना तो होता है लेकिन राशन दुकान न पहुंचकर कालाबाजारियों द्वारा अन्य स्थान पर बेच दिया जाता है, इस मामले में पुलिस ने कई बार दबिश देकर कार्यवाही भी की लेकिन गरीबों को मिलने वाले राशन की कालाबाजारी रुकने का नाम तक नहीं ले रही है, आज भी यह सिलसिला बदस्तूर जारी है, सारा खेल सुनियोजित तरीके  से चल रहा है, जिसमें सबसे बड़ी भूमिका खाद्य विभाग के अधिकारियों की है, खासबात तो यह है कि इस सारे खेल से जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को भी गुमराह किया जा रहा है. इस मामले में राशन के कारोबार से जुड़े कारोबारियों का ही कहना है कि इस मामले में कार्यवाही कब होगी या फिर मामले को खुर्द-बुर्द कर दिया जाएगा, जैसी की साजिश चल रही है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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