आज का दिनः गुरुवार 13 जनवरी 2022, उत्तम संतान सुख के लिए पुत्रदा एकादशी व्रत-पूजा!

आज का दिनः गुरुवार 13 जनवरी 2022, उत्तम संतान सुख के लिए पुत्रदा एकादशी व्रत-पूजा!

प्रेषित समय :20:17:52 PM / Wed, Jan 12th, 2022

- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी  
* धर्मग्रंथों में... जीवन में संतान सुख के लिए पुत्रदा एकादशी व्रत-पूजा को उत्तम मार्ग बताया है.
* इस व्रत के बारे में भगवान श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर को बताया था.
* जो श्रद्धालु यह व्रत रखना चाहते हैं, उन्हें दशमी को एक बार भोजन करना चाहिए. 
* एकादशी के दिन पवित्र स्नानादि के पश्चात गंगा जल, तुलसी दल, तिल, फूल, पंचामृत आदि से भगवान नारायण की पूजा करनी चाहिए.
* इस व्रत में व्रत रखने वाले श्रद्धालु को यथासंभव बिना जल के रहना चाहिए. 
* अगर व्रती श्रद्धालु चाहें तो संध्याकाल में दीपदान के पश्चात फलाहार ग्रहण कर सकते हैं. 
* क्योंकि संतान सुख के लिए यह व्रत है इसलिए यथासंभव पति-पत्नी, दोनों को व्रत रखना चाहिए.

- आज का राशिफल -

मेष राशि:- कार्यस्थल पर आ रही समस्या के निदान के लिए कार्यस्थल पर वास्तु अनुरूप परिवर्तन करें, तुरंत लाभ होगा.यात्रा के योग बन रहे हैं.बचकर नही रहने से किसी बहुत करीबी से शारीरिक मानसिक क्षति संभव है. परमार्थिक कार्यों में शामिल होंगे.

वृष राशि:- बेहतर उन्नति के लिए अपने व्यवहार और कार्य प्रणाली में बदलाव की जरूरत है. एक समय पर एक ही काम करें. अधिकारी वर्ग प्रभावित होगा. विद्युत उपकारण खरीद सकते हैं.

मिथुन राशि:- ग्रह अनुकूल है. आज के दिन आपके कार्यों में गती आयेगी. मन प्रसन्न रहेगा. प्रेम प्रसंगों में सफलता मिल सकती है. पारिवारिक सहयोग मिलेगा. समय रहते जरूरी कार्य पूर्ण करें.

कर्क राशि:- आपकी सफलता के पीछे आपके परिश्रम के साथ कई लोगों की दुवा भी है. स्वास्थ पर धन खर्च होगा. पारिवारिक आयोजन से दूरियां मिट सकती है. शत्रु वर्ग सक्रिय होगा.

सिंह राशि:- कानूनी अडचनें आ सकती है. किसी बात से बेचैन रहेंगे. तैल व्यापारी आज ज्यदा मुनाफा कमा सकेंगे. विदेश जाने के योग है. नया व्यपार शुरू हो पायेगा.

कन्या राशि:- जीवन बहुत छोटा है. समय रहते अपनी गलतियां सुधार लें. कई दिनों से अटके मसले आज सुलझ सकते हैं. किसी प्रभावकारी व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है.

तुला राशि:- चिंता त्यागें, जो होगा अच्छा होगा. व्यर्थ सोचना बंद करें. आपके वाक्चातुर्य से कार्य बन जाएंगे. आपके शत्रु नुक्सान पहुंचा सकते हैं, सतर्क रहें. हनुमान जी के सेवा से लाभ होगा.

वृश्चिक राशि:- पड़ोसियों से आज विवाद हो सकता है. स्वास्थ में सुधार के लिए डॉक्टर बदलना पड़ सकता है. मौज-मस्ती पर धन खर्च होगा. उपहार मिल सकते हैं. लोगों से संपर्क बढ़ेगा. वाहन सुख संभव है.

धनु राशि:- समय की अस्थिरता से परेशान रहेंगे. पारिवार में आई समस्या का निदान होगा. रंगमंच से जुड़े जातकों के मान में वृद्धि होगी. कार्यस्थल पर खुशनुमा माहौल रहेगा. धन प्राप्ति के योग हैं.

मकर राशि:- किसी अनजान पर भरोसा ना करें. आज भी कार्य पूरे नहीं हो पाएंगे. खान-पान पर पूर्ण नियंत्रण रखें. अकस्मात आये खर्च से बजट प्रभावित होगा. किसी से अकारण विवाद हो सकता है.

कुम्भ राशि:- व्यापारिक उन्नति के अवसर है. कार्यों में आ रही परेशानी से सहज ही निकल जाएंगे. बर्तन व्यापारियों के लिए समय उपयुक्त है. परोपकारी बनें.

मीन राशि:- धैर्य रखें, जल्दबाजी में नुकसान हो सकता है. कानूनी कार्यों में उलझ सकते हैं. मामूली बात पर विवाद संभव है. भाई-बहनों के साथ समय व्यतीत होगा.

* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ)  वाट्सएप नम्बर 9131366453 

* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

- गुरुवार का चौघडिय़ा -

दिन का चौघडिय़ा               रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- शुभ                          पहला- अमृत
दूसरा- रोग                           दूसरा- चर
तीसरा- उद्वेग                     तीसरा- रोग
चौथा- चर                            चौथा- काल
पांचवां- लाभ                       पांचवां- लाभ
छठा- अमृत                         छठा- उद्वेग
सातवां- काल                        सातवां- शुभ
आठवां- शुभ                        आठवां- अमृत

* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है 
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है! 

- पंचांग-
गुरुवार, 13 जनवरी, 2022
पौष पुत्रदा एकादशी
वैकुण्ठ एकादशी
तैलंग स्वामी जयन्ती
शक सम्वत1943   प्लव
विक्रम सम्वत2078
काली सम्वत5122
प्रविष्टे / गत्ते29
मास पौष
दिन काल10:29:04
तिथिएकादशी - 19:34:51 तक
नक्षत्रकृत्तिका - 17:06:54 तक
करणविष्टि - 19:34:51 तक
पक्ष शुक्ल
योगशुभ - 12:32:30 तक
सूर्योदय07:15:17
सूर्यास्त17:44:22
चन्द्र राशिवृषभ
चन्द्रोदय14:03:59
चन्द्रास्त28:11:00
ऋतु शिशिर
अभिजित मुहूर्त 11:57 ए एम से 12:41 पी एम
अग्निवास आकाश - 07:32 पी एम तक ,पाताल
दिशा शूल दक्षिण
नक्षत्र शूल पश्चिम - 05:07 पी एम से पूर्ण रात्रि तक
चन्द्र वास दक्षिण
राहु वास दक्षिण

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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