नई दिल्ली. भारत की स्वदेशी टीका निर्माता कंपनी भारत बॉयोटेक का कोरोना टीका कोवैक्सिन कोरोना के डेल्टा के साथ ही ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ भी प्रभावी है. एमोरी विश्वविद्यालय ने एक अध्ययन के बाद कोवैक्सिन के कोरोना के दोनों वेरिएंट में प्रभावी होने की मुहर लगाई है. जिसके तहत कोवैक्सिन की बूस्टर डोज कोरोना के डेल्टा के साथ ही ओमिक्रॉन वेरिएंट को बेअसर करने में सक्षम है. कोरोना का डेल्टा वेरिएंट संक्रमण से मौतों का प्रमुख कारण बना था. तो वहीं ओमिक्रॉन को सबसे अधिक संक्रामक वेरिएंट माना जा रहा है. यह अध्ययन ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ टीके की प्रभावशीलता पर उठाए जा रहे सभी संदेहों को दूर करता है.
भारत बॉयोटेक ने Covaxin की बूस्टर डोज को लेकर किए गए अध्ययन के परिणाम जारी किए हैं. जिसके तहत covaxin की बूस्टर डोज को अत्यधकि म्यूटेशन वाले ‘ B.1.1.1.529- Omicron और Delta वेरिएंट को बेअसर करने के लिए कुशल पाया गया है. अध्ययन में कहा गया है कि जिन लोगों ने covaxin की दो डोज ली थी, उसके छह महीने बाद उन्हें covaxin की बूस्टर डोज दी गई. इसके बाद इन लोगों के सीरो सैंपल (रक्त के नमूने) लिए गए. जिसमें पाया गया कि बूस्टर डोज लेने वालों में ओमिक्रॉन के खिलाफ 90 फीसदी तक एंटीबॉडी बनी, जबकि टीका लेने वाले 100 फीसदी लोगों के शरीर में डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ एंटीबॉडी बनी.
एमोरी वैक्सीन सेंटर के सहायक प्रोफेसर और प्रयोगशाला विश्लेषण का नेतृत्व करने वाले मेहुल सुथार ने बताया कि दुनिया भर के लिए ओमिक्रॉन गंभीर स्वास्थ्य चिंता का विषय बन कर उभरा है. अध्ययन के प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि COVAXIN की बूस्टर खुराक लेने वाले व्यक्तियों में ओमिक्रॉन और डेल्टा के खिलाफ एंटीबॉडी बनाती है. वहीं भारत बायोटेक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ कृष्णा एला ने कहा कि हम COVAXIN के लिए निरंतर नवाचार और उत्पाद विकास की स्थिति में हैं. ओमिक्रॉन और डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ टीका का प्रभाव हमारी परिकल्पना को मान्य करता है.
एमोरी विश्वविद्यालय की तरफ से किए गए अध्ययन में ओमिक्रॉन के खिलाफ COVAXIN को प्रभावी पाया गया है. इसके साथ ही COVAXIN का कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट पर प्रभाव को लेकर संदेह खत्म हो गया है. इससे पूर्व हुए कई अध्ययनों में COVAXIN कोरोना के अन्य वेरिएंट्स के खिलाफ भी प्रभावी पाई गई थी. जिसके तहत COVAXIN को कोरोना के अल्फा, बीटा, डेल्टा, जेटा और कप्पा जैसे वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी पाया गया था. यानी COVAXIN का टीका अब वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी एंटीबॉडी बनाने में सक्षम हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-2-18 साल के बच्चों पर भारत बायोटेक ने खत्म किया वैक्सीन ट्रायल, डीसीजीआई को सौंपी रिपोर्ट
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